जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में पाकिस्तानी कंसुलेट पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि वे अफगान नागरिक हैं. हमले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ लोग कंसुलेट पर लगे पाकिस्तानी झंडे को उतार रहे हैं और अफगानी झंडा लगा रहे हैं.
पाकिस्तानी सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है, जिसने इसे "चरमपंथियों के गिरोह" द्वारा की गई कार्रवाई बताया और जर्मन अधिकारियों से आग्रह किया कि वे इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार करने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए तत्काल कार्रवाई करें.
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पाकिस्तानी झंडे को जलाने की कोशिश
सामने आए घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी कंसुलेट के पास भारी भीड़ जमा है. वे नारेबाजी कर रहे हैं. उनमें एक शख्स कंसुलेट के बाहर लगे झंडे को उतार देता है. इतने में वहां एक शख्स आकर उसे भगाने की कोशिश करता है. इस बीच प्रदर्शनकारी पाकिस्तानी झंडे को जलाने की कोशिश करते हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि वहां मौजूद प्रदर्शनकारी अफगानिस्तान का पुराना झंडा लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
पाकिस्तान ने कंसुलेट पर हमले की निंदा की
पाकिस्तानी सरकार ने भी इस घटना पर जर्मन सरकार के सामने अपना विरोध जताया और उन्हें राजनयिक परिसर की सुरक्षा के लिए वियना कन्वेंशन के तहत उनकी जिम्मेदारी की याद दिलाई.
पाकिस्तान सरकार की तरफ से एक बयान में कहा गया है, "हम जर्मन सरकार के सामने अपना कड़ा विरोध व्यक्त करते हैं और उनसे अपील करते हैं कि वे वियना समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए तत्काल कदम उठाएं."
प्रदर्शनकारियों ने की झंडा जलाने की कोशिश
एक बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान कल जर्मनी के फ्रैंकफर्ट स्थित अपने कंसुलेट पर चरमपंथियों के एक गिरोह द्वारा किए गए हमले और अपने कंसुलेट परिसर की पवित्रता और सुरक्षा बनाए रखने में जर्मनी के अधिकारियों की विफलता की कड़ी निंदा करता है."
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रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने हमले के दौरान पाकिस्तानी झंडे को जलाने का भी प्रयास किया. पाकिस्तानी सरकार ने जर्मन अधिकारियों से कंसुलेट की सुरक्षा के लिए अपने दायित्वों को पूरा करने और सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने की अपील की.
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