पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने एक बार फिर भारत से मई में मिली हार को अपने तरीके से कामयाबी बताने की कोशिश की है. उन्होंने दावा किया कि उस दौरान पाकिस्तानी फौज ने जो पेशेवराना अंदाज दिखाया, उसने पाकिस्तान की वैश्विक हैसियत बढ़ा दी हालांकि भारतीय पक्ष पहले ही बता चुका है कि इन हमलों में पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमान तबाह हुए थे.
मुनीर बुधवार को रावलपिंडी स्थित जीएचक्यू में नेशनल सिक्योरिटी वर्कशॉप-27 के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे. वर्कशॉप के तहत आए अधिकारियों और प्रतिभागियों को पाकिस्तान के क्षेत्रीय हालात, आंतरिक सुरक्षा और मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा माहौल पर विस्तृत ब्रीफिंग दी गई. इसके बाद मुनीर बोलने को आए और फिर वही पुराना दावा दोहराया कि पाकिस्तान एक महत्पूर्ण देश है और दुनिया में अपनी असली जगह हासिल करेगा.
उन्होंने कहा कि मार्का-ए-हक के दौरान फौज ने जो पेशेवर क्षमता, हौसला और वफादारी दिखाई, उसने पाकिस्तान की वैश्विक साख में इजाफा किया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी ताकत उसकी कौमी एकता है, और इसी के दम पर देश दुश्मनों की चालें नाकाम करेगा.
मुनीर ने बदलते भू-राजनीतिक हालात, सीमापार आतंकवाद और उभरते हाइब्रिड खतरों का हवाला देते हुए कहा कि बाहरी मदद से चल रही उग्रवाद की गतिविधियों और इनफॉर्मेशन वार के बावजूद पाकिस्तानी सेना, खुफिया एजेंसियां और सुरक्षा तंत्र डटे हुए हैं और राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं.
गौरतलब है कि भारत ने 7 मई को पहलगाम हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था. चार दिनों तक चले इस तीखे टकराव के बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने की समझ बनी. भारत के वायुसेना प्रमुख एपी सिंह के मुताबिक भारतीय हमलों में पाकिस्तान के कम से कम एक दर्जन सैन्य विमान जिनमें अमेरिकी एफ-16 भी शामिल थे या तो नष्ट हुए या बुरी तरह क्षतिग्रस्त.
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