इजरायली सेना ने रविवार को कहा कि उसने सीरिया में ग्राउंड ऑपरेशन चलाया और एक सीरियाई नागरिक को पकड़ा है, जो कथित तौर पर ईरानी नेटवर्क में शामिल था. पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद मध्य पूर्व में संघर्ष शुरू हुआ था. इजरायल ने हमास का खात्मा करने के लिए गाजा में और हिज्बुल्लाह का अंत करने के लिए लेबनान में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाया. यह पहली बार है जब इजरायल ने सीरिया में ग्राउंड ऑपरेशन की घोषणा की है.
हालांकि, समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक सीरियाई सरकार ने इस घटनाक्रम की पुष्टि नहीं की है. पिछले साल अक्टूबर से, इजरायल ने सीरिया में कई हवाई हमले किए हैं और लेबनान स्थित मिलिशिया संगठन हिज्बुल्लाह के सदस्यों और ईरानी अधिकारियों को निशाना बनाया है. बता दें कि ईरान हिजबुल्लाह और सीरिया का करीबी सहयोगी है. लेकिन इजरायल की ओर से अब तक सीरिया में कोई जमीनी हमला नहीं हुआ था.
सीरिया में इजरायली हमला तब हुआ है, जब उसने लेबनान में हिज्बुल्लाह लीडरशिप, इंफ्रास्ट्रक्च और फाइनेंशियल रूट को निशाना बनाते हुए हवाई हमले जारी रखे हैं और ग्राउंड ऑपरेशन भी चला रहा है. इजरायली सेना ने पकड़े गए सीरियाई नागरिक की पहचान अल-अस्सी के रूप में की है, लेकिन यह नहीं बताया कि उसे सीरिया में कब और कहां से पकड़ा गया. आईडीएफ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,'अल-अस्सी एक सीरियाई नागरिक है, जो दक्षिणी सीरिया के सईदा क्षेत्र में रहता है. उसकी गतिविधियों पर हम नजर बनाए हुए थे और वह टेरर ऑपरेटिव निकला. वह ईरानी नेटवर्क के लिए काम कर रहा था और भविष्य की आतंकी गतिविधियों के लिए इजरायली के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा कर रहा था.'
आईडीएफ ने बताया कि अल-अस्सी को पूछताछ के लिए सीरिया से पकड़कर इजरायल लाया गया है. आईडीएफ ने एक्स पर हिरासत में लिए गए सीरियाई नागरिक अल-अस्सी का एक वीडियो अपलोड किया है और कैप्शन में लिखा है, 'हमारे ग्राउंड ऑपरेशन ने भविष्य के हमले को रोक दिया और गोलान हाइट्स के पास स्थित ईरानी आतंकवादी नेटवर्क कैसे काम करता है, उनके तरीकों का खुलासा किया. आगे की जांच के लिए अल-अस्सी को एजेंसियों के पास भेज दिया गया है. यह वीडियो फुटेज अल-अस्सी से पूछताछ के दौरान का है.'
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