हिज्बुल्लाह के नए चीफ शेख नाइम कासिम ने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमले में बच गए, लेकिन शायद उनका वक्त अब तक नहीं आया है. नेतन्याहू ने दावा किया था कि ईरान समर्थित समूह हिज्बुल्लाह ने उनकी और उनकी पत्नी की हत्या की कोशिश की थी. यह हमला कैसारिया में स्थित उनके आवास पर हुआ था.
इजरायली पीएम के आवास पर इसी महीने तीन ड्रोन हमले किए गए थे. हालांकि, एक ड्रोन को इजरायली सेना ने हेलीकॉप्टर से मार गिराया था, और दूसरा ड्रोन नेतन्याहू के पड़ोस वाले मकान पर जाकर गिरा था, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ था. हालांकि, मकान को थोड़ा नुकसान हुआ था. हमले के वक्त नेतन्याहू और उनकी पत्नी घर पर नहीं थे.
नेतन्याहू ने दी थी कीमत चुकाने की चेतावनी
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने पुष्टि की थी कि ईरान ने प्रधानमंत्री को निशाना बनाने की कोशिश की थी. इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने खुलासा किया था कि यह ड्रोन हमला लेबनान से किया गया था और इसके पीछे की मंशा की जांच की जा रही है.
इस बीच नेतन्याहू ने हत्या की कोशिश के दावे को पुख्ता करते हुए एक बयान में कहा था कि यह एक गंभीर गलती थी. इजरायल और इजरायल के लोगों को नुकसान पहुंचाने वालों को भारी कीमत चुकानी होगी.
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नेतन्याहू के आवास पर "ज़ियाद 107" मॉडल के ड्रोन से हमला!
हमले में "ज़ियाद 107" मॉडल के ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था, जिसे पहले गोलानी ट्रेनिंग पॉइंट पर भी इस्तेमाल किया गया था. इस तरह के ड्रोन को पहचानने में मुश्किल होती है. शुरुआती जांच में पता चला कि तीन ड्रोन इस हमले में शामिल थे; दो को मार गिराया गया, जबकि एक का पीछा करते समय संपर्क टूट गया था, और फिर नेतन्याहू के पड़ोस में जाकर गिरा था.
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