अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक बिल पर साइन किए, जिसके तहत न्याय विभाग (DOJ) को दोषी सेक्स अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी सभी फाइलें सार्वजनिक करनी होंगी. इसके साथ ही ट्रंप ने डेमोक्रेट पार्टी पर जमकर हमला बोला, जबकि इस बिल को पारित कराने में डेमोक्रेट्स की बड़ी भूमिका थी.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लंबी पोस्ट लिखकर इस कदम को पारदर्शिता की जीत बताया और दावा किया कि इस फ़ाइल रिलीज़ के लिए उन्होंने खुद पहल की है जबकि रिपब्लिकन इसे रोकने की कोशिश कर रहे थे.
'जिंदगी भर डेमोक्रेट रहा एपस्टीन'
ट्रंप ने कहा, 'जेफ्री एपस्टीन, जिसे 2019 में ट्रंप प्रशासन ने चार्ज किया था (डेमोक्रेट्स ने नहीं!), वो जिंदगी भर डेमोक्रेट रहा, उसने डेमोक्रेट नेताओं को हजारों डॉलर डोनेट किए और कई मशहूर डेमोक्रेट चेहरों के बेहद नजदीक था.' उन्होंने बिल क्लिंटन, लैरी समर्स और लिंक्डइन के को-फाउंडर रीड हॉफमैन का नाम भी लिया.
ट्रंप ने आगे लिखा, 'शायद अब इन डेमोक्रेट्स की सच्चाई और एपस्टीन से उनके रिश्ते सामने आएं, क्योंकि मैंने अभी-अभी एपस्टीन फाइल रिलीज बिल पर साइन कर दिए हैं.' यह पोस्ट तब आई जब ‘एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट’ अमेरिकी हाउस में 427–1 के भारी बहुमत से पारित हुआ. इसके बाद सीनेट ने भी बिना विरोध के इसे पास किया और व्हाइट हाउस भेज दिया, जहां ट्रंप ने इसे चुपचाप साइन कर दिया- बिना किसी विशेष घोषणा के.
30 दिनों के भीतर जारी करने होंगे दस्तावेज
कानून के मुताबिक, अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी को 30 दिनों के भीतर एपस्टीन से जुड़े सभी गैर-गोपनीय दस्तावेज जारी करने होंगे, हालांकि वे ऐसी जानकारी रोक सकती हैं जो किसी चल रही जांच को प्रभावित करती हो. ट्रंप ने इस फैसले को राजनीतिक रंग देते हुए कहा कि बॉन्डी ने पिछले हफ्ते एपस्टीन और डेमोक्रेट नेताओं के बीच रिश्तों की जांच शुरू करने का फैसला लिया है, और यह बिल उसी से जुड़ा है.
ट्रंप ने डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाया कि वे इस मुद्दे को उछालकर उनके प्रशासन की उपलब्धियों से ध्यान हटाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'बाइडेन प्रशासन ने एपस्टीन से जुड़े एक भी दस्तावेज नहीं दिए. डेमोक्रेट्स इस मुद्दे का इस्तेमाल हमें बदनाम करने और हमारी शानदार उपलब्धियों से ध्यान हटाने के लिए कर रहे हैं.'
ट्रंप ने किया था वादा
2008 में नाबालिग से सेक्स क्राइम में दोषी ठहराया गया एपस्टीन 2019 में जेल में मृत पाया गया था, जिसे आधिकारिक रूप से आत्महत्या बताया गया था. इस मुद्दे ने ट्रंप और उनके समर्थक गुट (MAGA Base) के बीच तनाव पैदा कर दिया था, क्योंकि ट्रंप ने एपस्टीन पर कई कांस्पिरेसी थ्योरीज को बढ़ावा दिया था और वादा किया था कि फिर सत्ता में आने पर वे फाइलें पूरी तरह सार्वजनिक करेंगे.
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