'अमेरिकी नागरिक तुरंत छोड़ें रूस', WSJ जर्नलिस्ट की गिरफ्तारी के बाद US स्टेट डिपार्टमेंट की एडवाइजरी

यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने रूस में रह रहे अपने सभी अमेरिकी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने को कहा है. जब से रूस में एक अमेरिकी नागरिक को हिरासत में लिया गया है, यूएस स्टेट डिपार्टमेंट चिंतित है और उसकी तरफ से ये एडवाइजरी जारी कर दी गई है.

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राष्ट्रपति जो बाइडेन राष्ट्रपति जो बाइडेन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 12:06 AM IST

यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने रूस में रह रहे अपने सभी अमेरिकी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने को कहा है. जब से रूस में एक अमेरिकी नागरिक को हिरासत में लिया गया है, यूएस स्टेट डिपार्टमेंट चिंतित है और उसकी तरफ से ये एडवाइजरी जारी कर दी गई है.

जासूसी का आरोप, बवाल बड़ा

जानकारी के लिए कि हाल ही में रूस में अमेरिकी पत्रकार को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वो पत्रकार वॉल स्ट्रीट जर्नल के लिए काम कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2022 में यूक्रेन में रूसी हमले की शुरुआत के बाद से रूस में किसी भी अंतरराष्ट्रीय पत्रकार के खिलाफ इस तरह की गई पहली कार्रवाई है. यहां तक कि शीत युद्ध के बाद से ही किसी भी अमेरिकी समाचार आउटलेट के खिलाफ इस तरह के जासूसी के आरोप नहीं लगे हैं.

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इसी वजह से अब जब रूस में इस तरह की कार्रवाई हो गई है तो अमेरिका इससे चिंतित है और उसने कड़े शब्दों में रूस को चेतावनी दी है. अब रूस को तो चेतावनी दी गई है, लेकिन अपने नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने सभी अमेरिकी नागरिकों को रूस छोड़ने के लिए कहा गया है. वहीं जो लोग रूस जाने की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें भी ट्रिप कैंसल करने के लिए कहा गया है.

रूस का क्या तर्क है?

यहां ये समझना जरूरी है कि पत्रकार गेर्शकोविच बास्केटबॉल स्टार ब्रिटनी ग्राइनर के बाद रूस द्वारा गिरफ्तार किए गए सबसे हाई प्रोफाइल वाले अमेरिकी नागरिक हैं. ग्राइनर को कैनबीज ऑयल (मादक पदार्थ) के साथ राजधानी मॉस्को में पकड़ा गया था. रूस ने ग्राइनर को कैदी अदला-बदली समझौते के तहत छोड़ा था. रूसी सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने कहा है कि अमेरिकी नागरिक गेर्शकोविच इवान को अवैध गतिविधियों के कारण गिरफ्तार किया गया है. गेर्शकोविच पर जासूसी करने का संदेह है. ये अलग बात है वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इन सभी दावों को सिरे से खारिज कर दिया है.

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अभी के लिए अमेरिका ने भी दो टूक कहा है कि वो रूस में मीडिया पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों से नाराज है और उसकी आजादी के लिए लगातार लड़ता रहेगा. दूसरी तरफ रूस सुरक्षा के नाम पर कई लोगों को गिरफ्तार कर चुका है. कई की रूस में जिस तरह से संदिग्ध मौत हुई है, उस पर भी विवाद जारी है.

अमेरिका रूस में तनाव क्यों?

यूक्रेन से जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया था कि कि वो बेलारूस में टेक्टिकल न्यूक्लियर वेपन तैनात करने जा रहे हैं. 1990 के दशक के बाद ये पहली बार होगा जब रूस अपनी सीमा के बाहर परमाणु हथियारों की तैनाती करेगा. पुतिन ने ये ऐलान ऐसे समय किया है जब यूक्रेन जंग को लेकर उनका पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ता जा रहा है. पुतिन ने शनिवार को टीवी पर ऐलान करते हुए बताया कि बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको लंबे समय से टेक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों को तैनात करने का मुद्दा उठा रहे थे. बेलारूस की सीमा पोलैंड से लगती है, जो सैन्य गठबंधन नाटो का सदस्य है.

 

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