गंगा किनारे चलते-चलते हम पहुंचे हैं कानपुर. वह कानपुर जिसकी अहमियत पौराणिक काल से लेकर वर्तमान काल तक रही है. वह कानपुर जिसे कान्हा पुर भी कहा गया. साथ ही कर्ण के साथ भी नाम जुड़ा. महाभारत काल के प्रमाण यहां पर अगर मिलते हैं, तो प्रमाण रामायण काल के भी मिलते हैं.