उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल के बाद फैली हिंसा के बाद उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. दर्जनों दुकानों, घरों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. कई जगहों पर तोड़ोफोड़ और आगजनी की गई. इस हिंसा का शिकार महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में छोटी से दुकान चलाने वाले राम सागर भी हुए. 'आजतक' के कैमरे पर अपनी तहस-नहस हुई दुकान की हालत दिखाते हुए वे भावुक हो गए.
आगजनी और तोड़फोड़ में हुए नुकसान के बाद दुकानदार राम सागर ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि अभी डेढ़-दो महीने पहले किराये पर दुकान लिया था. लैपटॉप से ऑनलाइन वर्क के साथ आधार कार्ड से पैसों की जमा-निकासी का काम करता था. लेकिन उपद्रवियों ने दुकान में रखे लैपटॉप, प्रिंटर, इन्वर्टर बैटरी आदि को तोड़फोड़ डाला. पूरी दुकान खाली हो गई है.
बकौल राम सागर- रविवार को मूर्ति विसर्जन में शामिल होने गया था, जल्दबाजी में 50 हजार रुपये भी दुकान में रखकर चला गया था. वापस लौटा तो ना दुकान बची और ना कोई सामान. एक युवक की हत्या के बाद शुरू हुई हिंसा में उनकी दुकान बर्बाद हो गई.
बहराइच में ऐसे भड़की थी हिंसा
दरअसल, बहराइच के थाना हरदी क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा (22 वर्ष) रविवार शाम करीब 6 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में शामिल था. ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो दो पक्षों में कहासुनी हो गई. आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई.
इस बीच हुई गोलीबारी में रामगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे बहराइच मेडिकल कालेज लाया गया जहां उसने दम तोड दिया. रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज में बवाल शुरू हो गया. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी.
इस बीच सोमवार को जब मृतक का शव गांव पहुंचा तो भीड़ फिर गुस्साकर बेकाबू हो गई. इस दौरान महराजगंज क्षेत्र में कई घरों, नर्सिंग होम, बाइक शोरूम और दुकानों में आगजनी और तोड़फोड़ की गई. वहीं, पुलिस ने बेकाबू भीड़ को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. हालात बिगड़ते देख इंटरनेट सेवा पूरे जिले में बंद कर दी गई. पीएसी, आरएएफ को सड़क पर उतार दिया गया. खुद एसटीएफ चीफ अमिताभ यश पिस्टल लेकर सड़क पर निकल पड़े.
प्रशासन के मुताबिक, सोमवार तक कुल 30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है. मुख्य आरोपी समेत दर्जन भर लोगों पर देर रात में ही एफआईआर दर्ज कर ली गई थी. इलाके में 6 कंपनी पीएसी, एक कंपनी आरएएफ के साथ 4 एसपी रैंक के अफसर और दो एडिशनल एसपी, 6 सीओ तैनात किए गए हैं. वहीं, हरदी थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित किया जा चुका है.
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