हम लोग बस में सो रहे थे, अचानक जोरदार झटका लगा, आंखें खुली तो जमीन पर पड़े थे... ये कहना है उन्नाव बस हादसे की शिकार शबाना का. शबाना अपने परिवार के लोगों के साथ बिहार से दिल्ली जा रही थीं. तभी जिले के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के पास हाइवे पर उनकी बस दूध के टैंकर से टकरा गई. इस हादसे में 18 लोगों की जान चली गई, जबकि करीब दो दर्जन लोग बुरी तरह घायल हो गए. हादसे पर पीएम मोदी, सीएम योगी समेत तमाम राजनेताओं ने दुख जताया है. फिलहाल, यूपी सरकार के निर्देश पर जिले के अधिकारी राहत कार्य में जुटे हुए हैं.
सड़क हादसे में घायल शबाना ने बताया कि बहू-बेटी व एक मासूम बच्ची समेत हम चार-पांच लोग बस से दिल्ली जा रहे थे. सुबह 5 बजे का टाइम रहा होगा, तभी जोर का झटका लगा और हम लोग बस से नीचे जमीन पर आ गिरे. उसी में चोटें आई हैं. असल में हादसा कैसे हुआ ये नहीं पता चल पाया.
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शबाना ने कहा कि दिल्ली में मेहनत-मजदूरी करने जा रहे थे. कई सारे लोग थे बस में. एक्सीडेंट के बाद गिनती नहीं कर पाए. अस्पताल में पुलिसवाले आए थे, नंबर आदि ले गए हैं. वहीं, इस दुर्घटना में घायल होने वाले एक अन्य यात्री मोहम्मद शमीम ने अस्पताल में मीडिया से कहा- हम सो रहे थे, मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, साथ के कई लोग मारे गए हैं. घायल भी हैं.'
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक हादसा
अधिकारियों के मुताबिक, बुधवार सुबह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक डबल डेकर स्लीपर बस और दूध के टैंकर में टक्कर हो गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और 19 घायल हो गए. यह हादसा बेहटा मुजफ्फरपुर थाना क्षेत्र के जोजीकोट गांव के पास हुआ. जिला मजिस्ट्रेट गौरांग राठी ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार के मोतिहारी से दिल्ली जा रही बस तेज रफ्तार में थी और उसने दूध के टैंकर को पीछे से टक्कर मार दी. फिलहाल, मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
उधर, लखनऊ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसबी शिरडकर ने बताया कि हादसे में 14 पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चे की मौत हुई है. बांगरमऊ क्षेत्राधिकारी (सीओ) अरविंद कुमार के अनुसार, टक्कर के कारण बस और दूध का टैंकर दोनों पलट गए. मृतकों में दोनों वाहनों के चालक भी शामिल हैं. सूचना मिलने के बाद घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. उनकी हालत स्थिर बताई गई है. पीड़ितों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. घटना के समय कई बस यात्री सो रहे थे.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं - 0515-29707662, 0515-2970767, 10774 (टोल-फ्री), 96514327035, 94544174476 और 8081211297
हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अधिकारियों को घायलों के लिए सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उन्नाव जिले में सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत बेहद दुखद और हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं."
मुख्यमंत्री ने कहा, "जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. मैं भगवान श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दुख जताया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक जताया. मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उत्तर प्रदेश के उन्नाव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुए सड़क हादसे में कई लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है. मैं इस तरह की आकस्मिक मौत का शिकार हुए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
प्रधानमंत्री मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उन्नाव में हुई सड़क दुर्घटना बेहद दर्दनाक है. इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करे. इसके साथ ही मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
पीएमओ ने कहा कि स्थानीय प्रशासन राज्य सरकार की देखरेख में पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचा रहा है. उन्नाव में हुई इस दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
सूरज सिंह