प्रयागराज में बारिश ऐसी मुसीबत बनकर बरसी है कि कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं, लोग चारों तरफ पानी से घिरे हुए हैं. आफत इस कदर है कि प्रयागराज के कई इलाके के लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं.
गंगा नदी के तट पर सैकड़ों मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है. खाने-पीने का सामान या तो पानी में बह गया है या खराब हो गया है. इस मुसीबत के बीच लोगों को सुरक्षित जगह तक पहुंचाने की कोशिशें जारी हैं.
भारी बारिश से गंगा-यमुना में ऐसा उफान आया कि घाट, मंदिर सब डूबे हुए हैं. घरों की पहली मंजिल तक पानी है. प्रयागराज के कई इलाकों के लोग मुसीबत की मार झेल रहे हैं. प्रयागराज से आ रही एक-एक तस्वीर बाढ़ वाली आफत की गवाही दे रही हैं.
बघाड़ा से एक तस्वीर आई जिसमें अपने नवजात बच्चे को बचाने के लिए माता-पिता कमर से ऊपर पानी में होकर निकल रहे हैं. प्रयागराज पर जलप्रहार कितना बड़ा है, इसका अंदाजा वहां की तस्वीरों और वीडियो से लगाया जा सकता है.
कई इलाकों में पूरा का पूरा मकान डूबा हुआ है. हर ओर सिर्फ पानी ही पानी दिख रहा है. उफनाई नदियों ने घरों को घेर रखा है और घरों के भीतर का हाल तो और भी ज्यादा बुरा है. घर के भी इस तरह सैलाब बह रहा है जैसे कोई नदी हो.
प्रयागराज में संगम के पास के तमाम इलाकों का हाल कुछ ऐसा ही है. बेला, कछार, राजापुर, तेलियरगंज, बघाड़ा जैसे इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. सड़कों पर पानी है, घरों में पानी हैं. लोग घरों की पहली मंजिल पर रहने को मजबूर हैं. पानी लगातार बढ़ रहा है और लोगों का संकट बढ़ा रहा है.
घाट और घाटों के किनारे बने मंदिर पूरी तरह डूब चुके हैं. इस बीच लगातार हो रही बारिश आसमान की आई आफत को और ज्यादा बढ़ा रहे हैं. इस बीच NDRF की टीमें रेस्क्यू चलाकर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही हैं.
aajtak.in