लखनऊ से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रही एक महिला ने आखिरकार आत्महत्या कर ली. कविता निषाद नाम की महिला ने बुधवार को लक्ष्मण मेला मैदान के पास गोमती नदी में कूदकर जान दे दी.
कविता के पति महेश निषाद एक रिटायर्ड जज अनिल श्रीवास्तव के घर घरेलू कर्मचारी के रूप में काम करते थे. होली के बाद जज के घर से 6.5 लाख रुपये चोरी होने की घटना सामने आई, जिसमें महेश पर शक जताया गया.
दर-दर भटक रही एक महिला ने की खुदकुशी
महेश ने खुद को निर्दोष बताते हुए एक वीडियो और ऑडियो रिकॉर्ड किया और मानसिक दबाव में आकर आत्महत्या कर ली. महेश की मौत के बाद कविता लगातार न्याय की मांग कर रही थी. उसने जज की पत्नी को आखिरी मैसेज में लिखा था कि “पति की जान ले ली, अब हमारी भी ले लो.” लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
बुधवार को कविता ने भी अपनी जिंदगी खत्म कर ली. प्रत्यक्षदर्शियों ने उसे गोमती में छलांग लगाते देखा. बचाने की कोशिश की गई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. इस दंपत्ति के दो मासूम बच्चे शुभी और आर्यन अब पूरी तरह अनाथ हो गए हैं. लखनऊ पुलिस ने अब तक सिर्फ सामान्य एफआईआर दर्ज की है. न कोई गिरफ्तारी हुई है, न ही रिटायर्ड जज से पूछताछ. अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या सिर्फ रसूख और पद के कारण कानून मौन रहेगा. क्या इस परिवार को कभी इंसाफ मिलेगा.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)
अंकित मिश्रा