उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक अनोखी प्रेम कहानी सामने आई है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया. मंझनपुर कस्बे के दुर्गा मंदिर में 18 वर्षीय शिवरतन और सपना ने समाज की बंदिशों को तोड़ते हुए सात फेरे लेकर शादी कर ली. परिवार की रजामंदी के बिना हुए इस विवाह की चर्चा पूरे इलाके में फैल गई है.
जानकारी के अनुसार, शिवरतन और सपना का रिश्ता करीब डेढ़ साल पहले तय हुआ था. सगाई के वक्त शिवरतन की गर्दन पर एक दाग था. तब परिवार ने कहा था कि दाग ठीक होने पर शादी कर दी जाएगी. लेकिन जब वह ठीक नहीं हुआ, तो लड़की के परिवार ने रिश्ता तोड़ दिया. इसके बावजूद दोनों का प्यार कम नहीं हुआ. दोनों फोन पर बात करते रहे और मिलने की चाह बढ़ती गई.
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परिवार का विरोध, प्रेमियों का साहस
सपना ने बताया कि उसके माता-पिता उसकी शादी किसी और से करने की कोशिश कर रहे थे, यहां तक कि उसे मुंबई बेचने की बात भी कर रहे थे. यह सुनकर सपना ने घर छोड़ दिया और सीधे शिवरतन के पास पहुंच गई. दोनों ने मंगलवार को दुर्गा मंदिर में एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर सात फेरे लिए और शादी कर ली.
समाज के सामने सच्चे प्यार की मिसाल
स्थानीय लोगों की मौजूदगी में दोनों ने एक-दूसरे का साथ निभाने की कसमें खाईं. शिवरतन मजदूरी कर परिवार चलाता है, जबकि सपना सातवीं कक्षा तक पढ़ी है. दोनों ने कहा कि अब वे मिलकर अपने जीवन की नई शुरुआत करेंगे और समाज के सामने सच्चे प्यार की मिसाल पेश करेंगे.
अखिलेश कुमार