उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. यहां पुश्तैनी जमीन और खेत के रास्ते को लेकर चल रहे विवाद ने खूनी रूप ले लिया. बबीना थाना क्षेत्र के मुखियानगर गांव में एक भतीजे ने अपनी मां के साथ मिलकर चाची की बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के बाद दोनों ने शव को घर के पीछे जंगल में छिपा दिया. पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
घटना सोमवार, 10 नवंबर की है. गांव की रहने वाली 55 वर्षीय शीला देवी (पत्नी गणेश रैकवार) दोपहर करीब दो बजे खेत पर काम करने गई थीं लेकिन शाम तक घर नहीं लौटीं. परिवार ने पूरी रात उनकी तलाश की, पर कोई सुराग नहीं मिला. अगले दिन यानी 11 नवंबर की सुबह ग्रामीणों ने घर के पीछे झाड़ियों के पास दुर्गंध महसूस की. खोजबीन करने पर एक गड्ढे में शीला का शव मिला.
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महिला के चेहरे और गर्दन पर धारदार हथियार के गहरे निशान थे और उसके हाथ उसी की साड़ी से बांधे गए थे. शव को देखकर ही साफ लग रहा था कि उसकी निर्मम हत्या की गई है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू की.
पति ने लगाया परिवार पर ही हत्या का आरोप
मृतका के पति गणेश प्रसाद रैकवार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए अपने ही परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि हत्या उनके छोटे भाई स्वर्गीय जगन रैकवार की पत्नी मीरा देवी और बेटे बृजलाल रैकवार ने की है. दोनों परिवारों में लंबे समय से खेत के रास्ते और जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था. मृतका के पति के मुताबिक, कुछ दिन पहले ही आरोपियों ने उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी.
24 घंटे में खुला हत्या का राज
बबीना पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लिया और छानबीन शुरू की. महज 24 घंटे में पुलिस ने मीरा देवी और उसके बेटे बृजलाल रैकवार को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया और पूरी वारदात का खुलासा किया.
आरोपी ने बताई हत्या की पूरी कहानी
पुलिस पूछताछ में बृजलाल ने बताया कि जमीन के बंटवारे को लेकर उसके चाचा-चाची से लगातार झगड़े होते थे. अपमान और गुस्से में आकर उसने और उसकी मां ने चाची शीला की हत्या की साजिश रची. 10 नवंबर की दोपहर जब शीला खेत जा रही थीं, तो दोनों ने उन्हें बातचीत के बहाने रोका और झाड़ियों के पीछे ले गए. वहां साड़ी से उनके हाथ बांधकर बृजलाल ने हंसिया से गर्दन और शरीर पर कई वार किए, जिससे शीला की मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद दोनों ने शव को गड्ढे में फेंक दिया ताकि किसी को शक न हो. पुलिस ने बृजलाल की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल खून से सनी हंसिया भी बरामद कर ली है.
पुलिस का त्वरित एक्शन और खुलासा
सीओ सदर रामवीर सिंह ने बताया कि 11 नवंबर को 112 नंबर पर सूचना मिली कि शनिदेव मंदिर के पास एक महिला का शव पड़ा है. मौके पर पहुंची टीम ने जांच की तो पता चला कि मृतका शीला देवी हैं. जांच में स्पष्ट हुआ कि हत्या जमीन बंटवारे और रास्ते के विवाद के चलते की गई थी. गणेश प्रसाद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने मात्र 24 घंटे में आरोपी मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया. दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
सीओ ने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या की गुत्थी सुलझा ली है. साथ ही इलाके में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
अजय झा