BJP ने भावी PM को CM तक सीमित किया... बोले अखिलेश, पढ़ें- नीतीश की 'पलटी' पर INDIA गठबंधन के नेताओं के बयान

नीतीश के पाला बदलने पर अखिलेश यादव ने कहा कि ये भाजपा का लोकसभा चुनाव हारने की हताशा का नतीजा है, जिसने साज़िश करके एक भावी प्रधानमंत्री को अपने साथ मिलाकर मुख्यमंत्री के पद तक ही सीमित कर दिया.

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अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 8:59 PM IST

नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन से छिटककर और NDA के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बना ली है. नीतीश अबतक आरजेडी के साथ सरकार चला रहे थे, अब वह बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चलाएंगे. लेकिन उनके इस कदम से इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टियों ने उन पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कहा कि ये भाजपा का लोकसभा चुनाव हारने की हताशा का नतीजा है, जिसने साज़िश करके एक भावी प्रधानमंत्री को अपने साथ मिलाकर मुख्यमंत्री के पद तक ही सीमित कर दिया. भाजपा ने बिहार की जनता का अपमान किया है और जनमत का भी. जनता इस अपमान का जवाब भाजपा गठबंधन को लोकसभा का चुनाव हराकर देगी. बिहार का हर निवासी अपना अगला वोट, बिहार के सम्मान को बचाने के लिए डालेगा और भाजपा को हराने के लिए.

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कांग्रेस का नीतीश पर हमला

INDIA गठबंधन की अहम सहयोगी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में 'आया राम-गया राम' जैसे कई लोग हैं. पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे. जब मैंने लालूजी और तेजस्वी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं. अगर वह रुकना चाहते तो रुक जाते, लेकिन वह जाना चाहते हैं. इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा. अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा. इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पहले ही दे दी थी. आज वह सच हो गया.

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संजय राउत बोले-  अयोध्या में राम आए, बिहार में पलटूराम

शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि 'अयोध्या में राम आए, बिहार में पलटूराम'. राउत ने नीतीश को मानसिक रूप से अस्थिर बताते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन बेहतर स्थिति में है. ममता बनर्जी अभी बाहर नहीं हुई हैं. आम आदमी पार्टी भी अलग नहीं हुई है. सिर्फ नीतीश कुमार का यह खेल चलता रहता है. उनका मानसिक स्वास्थ ठीक नहीं है. हम उन्हें काफी समय से करीब से जानते हैं. वह बीते कुछ दिनों से बीमार हैं. इसके कुछ व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं. संजय राउत ने कहा कि नीतीश कुमार के हमसे दूर जाने से बिहार की राजनीति पर कोई फर्क पड़ेगा. कांग्रेस, तेजस्वी यादव और अन्य छोटे दलों का साथ है. 

नीतीश कुमार थके हुए सीएम थेः तेजस्वी

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार थके हुए सीएम थे, हमने उनसे काम करवाया. ये हमारा ही विजन था कि युवाओं को नौकरियां दी गईं. नीतीश कुमार तो कहते थे कि कहां से पैसा आएगा. बिहार में 17 महीने में ऐतिहासिक काम हुए हैं. हमने गठबंधन धर्म निभाया है. साथ ही कहा कि अभी खेल होना बाकी है. जेडीयू 2024 में ही खत्म हो जाएगी. वहीं, तेज प्रताप यादव ने कहा कि गिरगिट तो बस यूं ही बदनाम है. रंग बदलने की रफ्तार से तो पलटिस कुमार को भी गिरगिट रत्न से सम्मानित करना चाहिए.

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'जनता नीतीश को सबक जरूर सिखाएगी'

बिहार के नए सियासी समीकरण पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि पहले हरियाणा में आया राम गया राम की कहावत मशहूर थी. अब नीतीश कुमार के कारण नई कहावत सामने आई है पिछले 10 दिनों में ऐसा लगा नहीं था कि वे ऐसा कदम उठाएंगे. उल्टा वे बीजेपी के खिलाफ़ भूमिका निभा रहे थे. लेकिन अचानक क्या हुआ ये नहीं पता. लेकिन जनता उन्हें सबक जरूर सिखाएगी. वहीं, एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि नीतीश कुमार को भारतीय राजनीतिक के इतिहास में महान 'पलटू राम' के रूप में याद किया जाएगा. यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि उन्होंने यह 'वोल्ट-फेस' एक बार फिर किया है, क्योंकि वह इस तरह के व्यवहार के आदी हैं.

'गठबंधन की खातिर बर्दाश्त किया'

DMK नेता टीआर बालू ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने एक पुराना किस्सा याद करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान उनकी (नीतीश) इच्छा थी कि सभी लोग हिंदी में बात करें. गठबंधन की खातिर, हमने ये भी बर्दाश्त किया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार शुरू से ही समस्याग्रस्त रहे हैं. इससे ज्यादा नुकसान नहीं होगा. दरअसल, दिसंबर के महीने में INDIA गठबंधन की बैठक हुई थी. इसमें नीतीश भड़क गए थे. मीटिंग के दौरान नीतीश कुमार ने हिंदी में भाषण दिया था. तभी डीएमके के कोषाध्यक्ष टीआर बालू ने नीतीश के भाषण का इंग्लिश ट्रांसलेशन मांग लिया था. इस बात ने नीतीश कुमार भड़क गए और अपनी नाराजगी जाहिर कर दी थी.

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