गोरखपुर में मां-बेटी की हत्या से सनसनी, हथौड़े से उतारा गया मौत के घाट, 48 घंटे बाद भी 'कातिलों' का सुराग नहीं

गोरखपुर के शाहपुर में 75 वर्षीय शांति देवी और 55 वर्षीय बेटी विमला की हथौड़े से सिर कूचकर हत्या कर दी गई. दोनों की लाशें अलग-अलग कमरों में मिलीं, पास ही खून से सना हथौड़ा बरामद हुआ. पुलिस प्रॉपर्टी विवाद और किराएदारी जैसे एंगल पर जांच कर रही है. इस सनसनीखेज हत्याकांड से पूरे इलाके में हड़कंप है.

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हत्याकांड के बाद मौके पर पहुंची गोरखपुर पुलिस (Photo- Screengrab) हत्याकांड के बाद मौके पर पहुंची गोरखपुर पुलिस (Photo- Screengrab)

गजेंद्र त्रिपाठी

  • गोरखपुर ,
  • 26 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:29 PM IST

यूपी के गोरखपुर में मां और बेटी की हथौड़े से सिर कूचकर हत्या कर दी गई. मां शांति देवी की उम्र 75 वर्ष और बेटी विमला की उम्र 55 वर्ष थी. इन दोनों की लाश अलग-अलग कमरों में खून से लथपथ हालत में मिली. जांच के दौरान पुलिस को विमला के शव के पास खून से सना हथौड़ा बरामद हुआ. पूरा मामला शाहपुर थाना क्षेत्र के गीता वाटिका घोसीपुर का है. 

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मां-बेटी की हत्या की वजह की जांच पुलिस अभी कर रही है. असल वजह अभी भी सामने नहीं आई है, लेकिन पुलिस प्रॉपर्टी विवाद, किराएदारी और पड़ोसी से विवाद जैसे एंगल पर जांच कर रही है. वहीं, इस हत्याकांड से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. 48 घंटे बाद भी 'कातिलों' का सुराग नहीं लग सका है. 

मां और बेटी के सिर पर हथौड़े के चोट के निशान तो मिले ही हैं, साथ में शरीर पर अन्य चोट के निशान भी पाए गए हैं. दोनों शव एक घर के अलग-अलग कमरे में मिले हैं. माना जा रहा है कि कातिल को घर के अंदर की जानकारी बहुत अच्छी तरह से थी. दोनों मां-बेटी इस मकान में अकेले रहा करती थीं. हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस, क्राइम ब्रांच, फॉरेंसिक टीम और बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए.

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आपको बता दें की मां और बेटी गोरखपुर के ही पीपीगंज के निवासी थे. शांति देवी के पति का करीब 30 साल पहले निधन हो चुका था. वह अपने पति की मौत के बाद अपने दोनों बेटियों के साथ शाहपुर घोसीपुर में रहने लगी थी. शांति देवी ने अपनी बड़ी बेटी की शादी जौनपुर में कर दी थी और इस वक्त उनकी बड़ी बेटी सुशीला लखनऊ में रहती हैं. जबकि, छोटी बेटी विमला ने शादी नहीं की थी. वह घर के नजदीक रमा फर्नीचर में सेल्सगर्ल का काम कर रही थी. सरल स्वभाव की वजह से अपने आसपास के लोगों में उसकी छवि बहुत अच्छी थी.

जांच के लिए पहुंची फॉरेंसिक टीम

फिलहाल, 75 वर्षीय शांति देवी और उनकी बेटी विमला की हत्या के मामले में पुलिस किराएदारों और संपत्ति विवाद को जांच की मुख्य वजह मान रही है. गौरतलब है कि मृतका के पति रामप्रवेश की दो पत्नियां थीं; पहली पत्नी (मृतक शांति देवी) नीचे रहती थी, जबकि दूसरी पत्नी की बेटियों (खुशबू और डाली) ने अपना हिस्सा 45 लाख में एक प्रॉपर्टी डीलर को एग्रीमेंट कर बेच दिया था और वे लखनऊ चली गईं.

प्रॉपर्टी डीलर अब शांति देवी और विमला से मकान खाली कराना चाहता था, जिसके कारण विवाद चल रहा था. पुलिस अब प्रॉपर्टी डीलर को मुख्य संदिग्ध मानकर उसकी तलाश कर रही है. घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं मिला, लेकिन पुलिस का खोजी कुत्ता घर से गली के बाहर निकला, जिससे हत्यारे के पैदल भागने का अंदेशा है. कुत्ता ई-रिक्शा और पेट्रोल पंप तक भी गया. पुलिस ई-रिक्शा चालक सहित कई लोगों से पूछताछ कर रही है.

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