इटावा: यादव कथावाचक कांड के चलते ब्राह्मण महिला को नौकरी से निकाला! पीड़िता ने लगाया ये आरोप

Etawah News: दांदरपुर गांव की रहने वाली रेनू दुबे नाम की टीचर का कहना है कि वो यादव प्रबंधन वाले एक स्कूल में पढ़ाती हैं. बीते दिन जब वो स्कूल से लौट रही थीं तो कुछ यादव समाज के लोगों ने उनपर जातिसूचक टिप्पणी की. जब उन्होंने इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन से की तो स्कूल वालों ने आरोपियों को कुछ कहने के बजाय उन्हें ही स्कूल से निकाल दिया.

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इटावा की रेनू दुबे ने लगाया आरोप इटावा की रेनू दुबे ने लगाया आरोप

अमित तिवारी

  • इटावा ,
  • 30 जून 2025,
  • अपडेटेड 5:40 PM IST

इटावा के दांदरपुर गांव में कथावाचकों के साथ हुई बदसलूकी के मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. घटना के बाद से यादव और ब्राह्मण समाज आमने-सामने है. इसपर जमकर राजनीति भी हो रही है. वहीं, अब जिले से एक और मामला सामने आया है जिसने फिर से जाति वाले मामले को तूल दे दिया है. 

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दरअसल, दांदरपुर गांव की रहने वाली रेनू दुबे नाम की टीचर का कहना है कि वो यादव प्रबंधन वाले एक स्कूल में पढ़ाती हैं. बीते दिन जब वो स्कूल से लौट रही थीं तो कुछ यादव समाज के लोगों ने उनपर जातिसूचक टिप्पणी की. जब उन्होंने इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन से की तो स्कूल वालों ने आरोपियों को कुछ कहने के बजाय उन्हें ही स्कूल से निकाल दिया.

हालांकि, स्कूल के व्यवस्थापक से बात करने पर उन्होंने रेनू दुबे के आरोपों को खारिज कर दिया. व्यवस्थापक के मुताबिक, दांदरपुर गांव के हालात अभी ठीक नहीं हैं. पुलिस लगी हुई है. ऐसे में महिला टीचर से कहा गया था कि अभी वो कुछ दिन स्कूल ना आएं. जब माहौल ठीक हो जाए तब स्कूल आना. ये सब उनकी ही सेफ़्टी के लिया कहा गया. जाति की वजह से स्कूल से निकालने वाली बात पूरी तरह गलत है. 

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महिला टीचर ने लगाया ये आरोप 

टीचर रेनू दुबे के मुताबिक, वह डी.एन इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाती हैं. बीते दिन स्कूल की तरफ से प्रचार-प्रसार के लिए निकली हुई थीं. इसी दौरान यादव बाहुल्य खितौरा गांव के लोगों ने उनपर कमेंट कसे. उन्होंने कथावाचक कांड को लेकर खरी-खोटी सुनाई और अपशब्द कहे. इसको लेकर जब स्कूल में शिकायत की तो स्कूल वालों ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया. साथ ही 12 वर्षीय बेटी को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया. 

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अब रेनू दुबे के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है. वह विधवा हैं. घर में सास और बेटी है. वह अकेली कमाने वाली हैं. लेकिन कथावाचक कांड के चलते अब उनकी नौकरी चली गई है. जानकारी के मुताबिक, कथावाचक कांड के बाद रेनू दुबे के घर के बाहर आधा दर्जन पीएसी के जवान तैनात हैं. रेनू का कहना है कि जब गांव का माहौल शांत होगा तब वह कहीं और जाकर नौकरी तलाशेंगी.  

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