Ayodhya में आज से जुटने लगे देशभर से श्रद्धालु, जानिए Ram lalla के मंदिर में दर्शन, एंट्री, प्रसाद, मोबाइल को लेकर क्या है नियम?

अयोध्या में रामलला की नई मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के एक दिन बाद मंगलवार को राम मंदिर के दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए गए हैं. मंगलवार को दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई है. इससे पहले सोमवार को नए मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान बने.

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अयोध्या में राम लला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. अयोध्या में राम लला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

अयोध्या में नए राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई है. मंगलवार से राम मंदिर को आमजनता के लिए खोल दिया गया है. हालांकि, आज सुबह से भक्तों की भारी भीड़ देखी गई. प्रशासन ने नए सिरे से कदम उठाए हैं. मंदिर परिसर में ही लंबी लाइनें लगी हैं. श्रद्धालुओं को सुरक्षा के कई चक्रों से गुजरना पड़ रहा है. मंदिर और आसपास के इलाकों में चौक-चौबंदी बढ़ाई गई है. अभी सिर्फ उन वाहनों को ही अयोध्या में अनुमति है, जिनके पास पहले से 'पास' हैं. शहर में जगह-जगह बैरिकेड लगाए गए हैं.

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अयोध्या में राम मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का भी ख्याल रखा गया है. मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश से पहले सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ेगा. मंदिर में हर तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स लेकर जाने पर मनाही है. यानी मोबाइल, कैमरा, लैपटॉप, इयरफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर मंदिर के अंदर नहीं जा सकेंगे.

'इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर जाने पर मनाही'

इसके अलावा, मंदिर में बाहर से प्रसाद लेकर जाना मना है. अगर श्रद्धालु रामलला की आरती में शामिल होना चाहते हैं तो राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से 'पास' लेना होगा. ये 'पास' निशुल्क है. किसी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा. लेकिन ट्रस्ट 'पास' जारी करने से पहले पहचान सत्यापति करेगा. इसके लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस समेत कोई भी वैध पहचान पत्र देना जरूरी है. भक्तों का सामान रखने की भी व्यवस्था की गई है. राम मंदिर की वेबसाइट https://srjbtkshetra.org/contact-us/ भी है. इसके अलावा ऑफिशियल एक्स अकाउंट https://twitter.com/ShriRamTeerth भी है.

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'आरती में 30 लोगों के शामिल होने की अनुमति'

रामलला की आरती में अभी 30 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी जा रही है. मंदिर में कुल 6 आरती होंगी. इनमें 3 आरती में श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे. सुबह 6.30 बजे, दोपहर 11.30 बजे, शाम 6.30 बजे की आरती में श्रद्धालु मंदिर ट्रस्ट से पास लेकर सम्मिलित हो सकेंगे. श्रद्धालु परिसर में घूम सकते हैं.

राम लला की दिन में कब-कब आरती होगी... 

सुबह 4.30 बजे: रामलला को जगाने के लिए मंगला आरती होगी.
सुबह 6.30 बजे: ये आरती आधे घंटे की होगी. ये श्रृंगार आरती कहलाती है. इस बालभोग भी होगा.
सुबह 11.30 बजे: राजभोग और शयन से पहले की आरती होगी. इसमें दोपहर का भोग लगाया जाएगा. उसके बाद गर्भगृह बंद हो जाएगा और रामलला करीब ढाई घंटे आराम करेंगे.
दोपहर 2.30 बजे: पुजारी भगवान रामलला को शयन से जगाएंगे और आरती करेंगे.
शाम 6.30 बजे: शाम की आरती होगी.
रात 8.30 बजे: शयन आरती होगी. इसके बाद रामलला शयन करेंगे.

यहां सोमवार देर रात से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु, स्थानीय लोग और अन्य राज्यों के आगंतुक जुटने लगे थे. यह भीड़ मंदिर परिसर की ओर जाने वाले राम पथ के साथ मुख्य प्रवेश द्वार के पास एकत्रित देखी गई. 

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'मुख्य यजमान पीएम मोदी ने की प्राण-प्रतिष्ठा'

इससे पहले सोमवार रात  प्रतिष्ठा समारोह के लिए सजाए गए औपचारिक प्रवेश द्वार के पास बड़ी भीड़ जमा हो गई. पुलिस ने भक्तों से कहा कि उन्हें मंगलवार सुबह मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. तब यह जनता के लिए खुल जाएगा. सोमवार को अयोध्या में नए मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान बने. इस कार्यक्रम को लाखों लोगों ने अपने घरों और पड़ोस के मंदिरों में टेलीविजन पर देखा और ऐतिहासिक क्षण का आनंद लिया.

'अयोध्या में धार्मिक कार्यक्रम'

कलाकारों की एक टोली ने लोक नृत्य प्रस्तुत किए. भोपाल से एक धार्मिक मंडली द्वारा 'पालकी यात्रा' निकाली गई. समारोह शुरू होने पर अयोध्या और अन्य शहरों के सैकड़ों भक्तों ने शहर की सड़कों पर 'जय श्री राम' के नारे लगाए. प्रधानमंत्री मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में 51 इंच की रामलला की मूर्ति के सामने माथा टेका. 

'अब रामलला टेंट में नहीं रहेंगे'

पीएम मोदी ने कहा, आज हमारे राम आ गए हैं. सदियों के लंबे इंतजार के बाद हमारे राम आ गए हैं. हमारे राम लला अब टेंट में नहीं रहेंगे. हमारे राम लला एक भव्य मंदिर में रहेंगे. इस कार्यक्रम में संत, विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख लोगों और मंदिर निर्माण के लिए दशकों से चले आ रहे राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया. अभिषेक समारोह समाप्त होने के तुरंत बाद संतों समेत बड़ी संख्या में आमंत्रित लोगों ने रामलला के 'दर्शन' किए. आम जनता के लिए मंदिर के दरवाजे मंगलवार सुबह खुल गए.

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सोमवार को वाहनों और पैदल यात्रियों की आवाजाही पर प्रतिबंध था, उसके बावजूद अन्य शहरों से आए श्रद्धालुओं समेत बड़ी संख्या में लोग राम पथ के दोनों ओर एक हिस्से में खड़े थे. लता मंगेशकर चौक पर मंदिर परिसर में प्रवेश करने के लिए उत्सुक थे. राजस्थान के सीकर के अनुराग शर्मा को प्रतिष्ठा समारोह के दिन मंदिर का मॉडल लेकर घूमते देखा गया.

उन्होंने कहा, मैं इस मॉडल को अपने गृहनगर से अपने साथ लाया था. मैं राम लला के दर्शन करने के बाद ही वापस जाऊंगा. पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर पूर्व से पश्चिम तक 380 फीट लंबा, 250 फीट चौड़ा है. कुल 392 खंभे हैं और 44 दरवाजे हैं.

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