'राम की नगरी में स्वागत है...', सरयू घाट पर तैरती दिखेंगी 1100 फीट की LED स्क्रीन

'नव अयोध्या' के दिव्य दृश्य के लिए फ्लोटिंग स्क्रीन की स्थापना की जा रही है. विजिटर्स इसपर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से लेकर अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत तक के दर्शन कर सकेंगे. विशाखापत्तनम के 70 से अधिक कारीगर चौधरी चरण सिंह घाट पर देश की सबसे बड़ी फ्लोटिंग स्क्रीन के निर्माण कार्य में जुटे हैं.

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Ayodhya Floating Screen Ayodhya Floating Screen

अभिषेक मिश्रा

  • अयोध्या,
  • 13 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:13 PM IST

जैसे-जैसे प्रतिष्ठा समारोह नजदीक आ रहा है, अयोध्या को नई, भव्य और दिव्य अयोध्या के रूप में सजाने की तैयारी तेज हो गई है. तैयारियों के तहत योगी सरकार चौधरी चरण सिंह घाट पर देश की सबसे बड़ी फ्लोटिंग स्क्रीन बनवा रही है, जिसे बाद में आरती घाट पर लगाया जाएगा और इस पर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह और उससे जुड़े कार्यक्रमों के साथ-साथ अयोध्या की विकास यात्रा को भी दिखाया जाएगा. 

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अयोध्या नगर निगम ने अगस्त में इस संबंध में सेंचुरी हॉस्पिटैलिटी-मेगावर्स एसोसिएट के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे. फ्लोटिंग स्क्रीन पर विजिटर्स और स्थानीय लोग 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा और उसके बाद के अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों को करीब से देख सकेंगे. फ्लोटिंग स्क्रीन लगाने के पीछे सरकार का उद्देश्य देश और विदेश से आने वाले विजिटर्स को अयोध्या की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराना है.

1100 वर्ग फीट होगा स्क्रीन का साइज

फ्लोटिंग स्क्रीन का निर्माण कर रहे सेंचुरी हॉस्पिटैलिटी-मेगावर्स एसोसिएट के प्रबंध निदेशक अक्षय आनंद ने बताया कि यह देश में अब तक बनी अपनी तरह की सबसे बड़ी फ्लोटिंग स्क्रीन होगी. उन्होंने बताया कि 1800 वर्ग फुट के शिप का निर्माण इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (आईआरएस) की देखरेख में चल रहा है. उन्होंने बताया कि, स्क्रीन का साइज 1100 वर्ग फीट होगा. फ्लोटिंग स्क्रीन का निर्माण नवंबर में शुरू हुआ और रिकॉर्ड समय में पूरा हो जाएगा.

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फ्लोटिंग स्क्रीन होगा 'नव अयोध्या' का दर्शन

8 थीम के आधार पर अयोध्या का विकास किया जा रहा है. सरकार अयोध्या को महान सांस्कृतिक विरासत वाले शहर के रूप में पेश करने की भी कोशिश कर रही है. इसी को देखते हुए सबसे पहले इस स्क्रीन पर 22 जनवरी को राम मंदिर के प्रतिष्ठापन कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा, जिसके बाद अयोध्या की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक कथा और महत्व को दिखाया जाएगा.

फ्लोटिंग स्क्रीन का काम रिकॉर्ड समय में पूरा हो जाएगा

विशाखापत्तनम के 60-70 कारीगर रिकॉर्ड समय में 19 जनवरी तक फ्लोटिंग स्क्रीन बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं. पीएम मोदी और सीएम योगी की मेड इन इंडिया के तहत इस पर काम किया जा रहा है. फिलहाल इसे बायोडीजल से संचालित किया जाएगा, लेकिन भविष्य में इसे सोलर से संचालित करने की योजना है. दूरी में गहरे पानी के पास ही इसे चलाया जाएगा, लेकिन सरयू के पानी के बहाव को देखते हुए इस फ्लोटिंग स्क्रीन का दायरा भी बढ़ जाएगा.

जल्द ही फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का भी निर्माण कराया जाएगा

प्राण-प्रतिष्ठा के बाद 5,000 वर्ग फुट का फ्लोटिंग रेस्टोरेंट बनाने की भी योजना है. इसको लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है. फ्लोटिंग स्क्रीन के सफल संचालन के बाद कंपनी इस योजना पर काम शुरू करेगी. पर्यटकों की अयोध्या यात्रा को यादगार बनाने के लिए यह रेस्टोरेंट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. रेस्टोरेंट में एक स्क्रीन भी लगाई जाएगी जिस पर राम कथा प्रस्तुत की जाएगी.

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