एक महिला का कहना है कि उसने अपने ही बेटे की गर्लफ्रेंड से कहा कि वो उसे छोड़ दे. उसका मानना है कि लड़की को और बेहतर पार्टनर मिल सकता है. 41 साल की महिला ने अपने बेटे की 20 साल की गर्लफ्रेंड लिली के लिए कहा कि वो मेहनती लड़की है. अच्छी तरह पढ़ाई करती है. उसे स्पोर्ट्स पसंद है. उसका डॉक्टर बनने का सपना है. जबकि महिला का बेटा इनमें से किसी भी चीज में अच्छा नहीं है. उसे पढ़ने लिखने के बजाय गेम खेलने और पार्टी करने में आनंद आता है.
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, महिला का कहना है कि उसका बेटा लिली के साथ तीन साल से रिलेशनशिप में है. हाई स्कूल में इनका रिश्ता शुरू हुआ था. दोनों पर्फेक्ट कपल लगते हैं. लेकिन बेटा रिश्ते की शुरुआत के बाद से बिगड़ता जा रहा है. महिला ने रेडिट पर ये पूरी कहानी बताई है. उसने लोगों से सलाह मांगी है कि क्या लिली को रिलेशनशिप के बारे में एक बार फिर सोचने के लिए कहना गलत बात है. ये सब तब किया जब लिली ने खुद महिला से उसके बेटे की शिकायत की. महिला कहती है कि बेटा बेशक अपनी गर्लफ्रेंड लिली से प्यार करता है. दोनों आगे चलकर शादी भी करने वाले थे. इस बारे में वो जानती है लेकिन वो उसे अटेंशन नहीं देता था.
अपनी पोस्ट में महिला लिखती है, 'जब उसने मुझसे पूछा कि मैं उसकी स्थिति में होती तो क्या करती, मैंने उससे कहा कि खुद को पहले रखे और जो वो चाहती है उसे प्राथमिकता दे. लिली ने मुझे शुक्रिया कहा और वो बोली कि उसने इस बारे में सोचा है. आज मेरे बेटे ने मुझसे कहा कि लिली ने उससे मैसेज करके ब्रेकअप कर लिया है. मैंने उससे पूछा कि लिली ने और क्या कहा है. तो वो बोला कि लिली ने लिखा कि तुम्हारी मां ने रिलेशनशिप के बारे में एक बार फिर सोचने को कहा था, उसके बाद ये फैसला लिया. मेरा बेटा परेशान है. उसने कहा कि मैंने सीमा पार कर दी है. मैंने ब्रेकअप करने को नहीं कहा था, बस ये कहा था कि खुद को पहले रखे. मेरे पति भी बेटे की इस हालत के लिए मुझे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. क्या मेरी ही गलती है?'
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