मैसाचुसेट्स की एक 24 वर्षीय युवती कैरोलिन क्रे ने सितंबर 2017 में पहली बार आइस क्रीम खाने पर एनाफिलेक्टिक शॉक का अनुभव किया. उन्होंने न्यूज एजेंसी SWNS को बताया कि इसके बाद उन्हें ब्रेड और पिज्जा खाने पर भी ऐसे ही रिएक्शंस हुए. फिर उन्हें चावल और बीन्स खाने के बाद भी गंभीर रिएक्शन के कारण 12 दिनों तक आईसीयू में रहना पड़ा.
कैरोलिन क्रे ने बताया है कि वह 'हर चीज' से एलर्जिक हैं और सिर्फ दो तरह के फूड आयटम पर ही निर्भर हैं. इनमें से एक है ओट्स या इससे बना खाना और दूसरा हाइपोएलर्जेनिक इन्फेंट फूड, यह छोटे बच्चों के लिए एक प्रकार का फूड सप्लीमेंट है. अपनी सीमित डाइट के बावजूद क्रे हर पल को, हर त्योहार और खुशियों के मौके को एंजॉय करती हैं.
शुरुआत में कुछ महीनों में बीमारी ठीक होने की थी उम्मीद
शुरुआत में डॉक्टरों को उम्मीद थी कि यह एलर्जी कुछ महीनों में ठीक हो जाएगी. क्रे ने बताया कि 2017 में जब मुझे बार-बार कुछ भी खाने से शॉक आ रहे थे, तो मेरे एलर्जिस्ट और ईआर डॉक्टर यह मान रहे थे कि मेरी प्रतिक्रियाएं केवल कुछ महीनों तक ही रहेंगी. डॉक्टरों ने उन्हें एंटीहिस्टामाइन दवाएं दीं और एक विशेषज्ञ के पास भेजा.
एक साल बाद भी नहीं रुका खाना खाने से रिएक्शन
युवती के अनुसार वो रिएक्शंस नहीं रुके. क्रे को हर दिन मुझे लगता था कि अब उसे अस्पताल जाना पड़ेगा. उनके गले में परेशानी होने लगी. फिर क्रे खुजली और सांस लेने में दिक्कत महसूस करने लगीं. लगभग एक साल की जांच के बाद मई 2018 में क्रे को मास्ट सेल एक्टिवेशन सिंड्रोम (MCAS) नामक एक दुर्लभ पुरानी बीमारी से पीड़ित पाया गया. जो बार-बार गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के लक्षणों का कारण बनती है.
काफी मुश्किल था इलाज
क्रे ने बताया कि इसका इलाज तो था, लेकिन भावनात्म रूप से बहुत मुश्किल था, क्योंकि मुझे अपने खाने-पीने के आदतों को नियंत्रित करना था. मैं एक बहुत ही स्पष्ट और सीधी हूं. इस बीमारी और इसको लेकर परहेज और इलाज के बारे में जानकर मैं और मेरी मां दोनों रो रहे थे. यह एक पुरानी बीमारी है, और हमें इसे एक पुरानी बीमारी के रूप में इलाज करने की जरूरत है.
उन्हें यह जानकर राहत मिली कि उनकी स्थिति का एक नाम है, लेकिन साथ ही उन्हें यह विचार भी आया कि "ओह गॉड, मुझे यह बीमारी पूरी जिंदगी झेलनी होगी. इलाज के छह साल बाद भी वह अभी भी केवल दो चीजें ही खा सकती हैं. ओटमील और विशेष हाइपोएलर्जेनिक इन्फेंट सप्लीमेंट
ओट्स और छोटे बच्चों के स्पेशल फूड सप्लीमेंट खा सकती है लड़की
क्रे ने बताया कि अब मेरी डाइट केवल EleCare और ओटमील ही है. एक विशिष्ट ब्रांड के हाइपोएलर्जेनिक इन्फेंट फॉर्मूला का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि मैं दिन में तीन बार यही खाती हूं और मैं केवल तीन बार ही खाती हूं क्योंकि मुझे दवा लेनी पड़ती है. यह बहुत मुश्किल है.
इसके अलावा, क्रे कई दवाएं लेती हैं, जिनमें दैनिक, साप्ताहिक और अर्ध-मासिक दवाएं शामिल हैं. इसके बावजूद अपनी खाद्य सीमाओं और सीमित डाइट के साथ क्रे सामान्य रूप से जीवन जीने की कोशिश करती हैं, जिसमें त्योहार और अन्य इवेंट भी शामिल हैं.
पार्टियों में भी अपना खाना साथ ले जाती हैं क्रे
उन्होंने कहा कि वह रात में अपने परिवार के साथ डिनर में शामिल होती हैं. मैं भोजन के लिए बाहर जाती हूं, लेकिन अपना खाना साथ ले जाती हूं. क्रे अपने घर पर थैंक्सगिविंग और क्रिसमस पार्टी की मेजबानी करती हैं. इलाज शुरू होने के बाद से मैं किसी और के सामने खाना नहीं खाना चाहती थी. यह निश्चित रूप से मुश्किल है क्योंकि स्पेशल खाना त्योहारी सीजन का मुख्य आकर्षण होता है, फिर भी मैं अपने स्पेशल डाइट के साथ खुशी से क्रिसमस पार्टी मनाती हूं.
पांच साल से सिर्फ ओट्स और बच्चों के फूड सप्लीमेंट पर निर्भर
अब क्रे उम्मीद करती हैं कि वह अपनी डाइट को ओटमील और इन्फेंट फॉर्मूला से आगे बढ़ा पाएंगी. ओटमील डाइट लेते हुए यह उनका पांचवां साल है और यह काफी मुश्किल है. उन्होंने कहा कि मैं झूठ नहीं बोलूंगी, अगर मैं कहूं कि मुझे संघर्ष नहीं करना पड़ता है, क्योंकि मुझे काफी मुश्किल होती है.
थेरेपिस्ट की सलाह पर आजमा रही दूसरा खाना
उन्होंने कहा कि मैं वर्तमान में अपने एमसीएएस थेरेपिस्ट के साथ मिलकर विभिन्न खाद्य पदार्थों को आजमा रही हूं. लेकिन अब तक, कुछ भी काम नहीं आया है, जिसमें उन्होंने चिकन, भेड़ का मीट, मीठे आलू और ब्रोकोली खाने की कोशिश की है.मैं एक-एक करके सारे फूड आयटम आजमाऊंगी, ताकि अगर मुझे रिएक्शंस हो तो पता चले कि यह किस चीज की वजह से है.
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