क्या 2025 तक गिरेगा परमाणु बम? ईरान-इजरायल जंग के बीच अमेरिका में करोड़ों का सट्टा!

एक तरफ जहां मिडिल ईस्ट में जंग और तबाही मची हुई है, ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर हवाई हमले कर रहे हैं. इन हमलों की वजह से इमारतें खंडहर में तब्दील हो रही हैं और दोनों ओर जानें जा रही हैं. दुनिया के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये जंग आखिर किस मोड़ पर जाकर रुकेगी? क्या इंसानियत को एक बार फिर परमाणु बम की विभीषिका का सामना करना पड़ेगा?

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न्यूक्लियर वॉर पर ऑनलाइन सट्टा!(Image Credit-Reuters) न्यूक्लियर वॉर पर ऑनलाइन सट्टा!(Image Credit-Reuters)

aajtak.in

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  • 18 जून 2025,
  • अपडेटेड 11:37 AM IST

एक तरफ जहां मिडिल ईस्ट में जंग और तबाही मची हुई है, ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर हवाई हमले कर रहे हैं. इन हमलों की वजह से इमारतें खंडहर में तब्दील हो रही हैं और दोनों ओर जानें जा रही हैं. दुनिया के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये जंग आखिर किस मोड़ पर जाकर रुकेगी? क्या इंसानियत को एक बार फिर परमाणु बम की विभीषिका का सामना करना पड़ेगा?

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वहीं दूसरी ओर, इस तबाही और जंग से हजारों किलोमीटर दूर एक अमेरिकी कंपनी करोड़ों कमा रही है. यह कंपनी है Polymarket, जो एक अमेरिकन वेबसाइट है. इस वेबसाइट पर लोग दुनियाभर की ताजा घटनाओं को लेकर 'हां या नहीं' के आधार पर भविष्यवाणी करते हैं और उसी पर सट्टा लगाते हैं.

2025 में कोई परमाणु हथियार विस्फोट होगा?

इसी वेबसाइट पर  सट्टा चल रहा है  कि क्या 2025 में कोई परमाणु हथियार विस्फोट होगा? इस सवाल पर लोग 'हां' या 'ना' में अनुमान लगाकर पैसा लगा रहे हैं.स अनुमान पर लोगों का सट्टा इसलिए और बढ़ गया है क्योंकि फिलहाल इजरायल और ईरान के बीच जंग तेजी पकड़ चुकी है.

शर्त ये है कि परमाणु हमले की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2025 तय की गई है. सट्टा लगाया जा रहा है इस तारीख से पहले दुनिया के किसी भी हिस्से में न्यूक्लियर हमला होगा या नहीं. इस अनुमान पर लोगों का सट्टा इसलिए और बढ़ गया है क्योंकि फिलहाल इजरायल और ईरान के बीच जंग तेजी पकड़ चुकी है.

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देखें इस वेबसाइट पर क्या चल रहा है

सट्टे के लिए बनाए गए हैं खास नियम

वेबसाइट पर यह साफ बताया गया है कि ‘हां’ और ‘न’ के जवाब किस स्थिति में मान्य होंगे, नियमों के मुताबिक, अगर 31 दिसंबर 2025 की रात 11:59 बजे से पहले कहीं भी परमाणु हमला होता है, तो यह ‘हां’ की लिस्ट में आएगा.किसी भी जंग में अगर न्यूक्लियर हथियार का इस्तेमाल हुआ है, तो उसे भी ‘हां’ माना जाएगा.अगर केवल परमाणु परीक्षण भी होता है, तो वह भी ‘हां’ के अंतर्गत गिना जाएगा.
यहां तक कि अगर गलती से भी कोई परमाणु हथियार एक्टिवेट हो जाता है, तो वह भी ‘हां’ के दायरे में माना जाएगा.
 

सोशल मीडिया पर उठने लगे सवाल

जैसे ये बात सामने आई, सोशल मीडिया पर भी अमेरिका के इस सट्टे बाजार पर सवाल उठने लगा. बहुत सारे लोगों के कहना था, अमेरिकी कंपनी हर चीज से पैसे बनाना जाती है. जंग और हमले में तो इनको मुनाफा बनाने की एक्पर्टीज है.

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