सिंगापुर के एक 28 साल के युवक ने बताया है कि उसके पेरेंट्स ने इस साल क्रिसमस के सभी फैमिली गैदरिंग प्रोग्राम कैंसिल कर दिए. युवक का कहना है कि उसके माता-पिता उसके रिश्तेदारों के सामने उसे लेकर शर्मिंदा महसूस कर रहे थे, क्योंकि उनके हिसाब से उसने जीवन में ज्यादा सक्सेस नहीं हो पाया है. युवक ने यह बात रेडिट पर एक पोस्ट में लिखी. उसने बताया कि वह एक ऐसे परिवार में पला-बढ़ा है, जहां पढ़ाई और करियर में बहुत आगे होना बहुत जरूरी माना जाता है. उसके परिवार में कई लोग डॉक्टर, वकील, बड़े अधिकारी या कंपनियों के मालिक हैं. उसके चचेरे भाई-बहन भी अच्छी और ऊंची तनख्वाह वाली नौकरियां कर रहे हैं.
नौकरी जाने के बाद बदला व्यवहार
युवक ने बताया कि वह कॉलेज में अच्छे नंबर नहीं ला पाया. इस साल उसकी पहली नौकरी भी चली गई और तब से उसे नई नौकरी ढूंढने में काफी परेशानी हो रही है. उसने यह भी कहा कि उसकी पिछली नौकरी में हुई एक बड़ी गलती के बाद कंपनी बंद हो गई, और कंपनी के मालिक ने एक पॉडकास्ट में इस घटना का जिक्र किया, जिससे उसे और ज्यादा शर्मिंदगी महसूस हुई. उसने लिखा कि नौकरी जाने के बाद से उसके माता-पिता का व्यवहार बदल गया है. वे उससे कम बात करते हैं और उसे अनदेखा करने लगे हैं. क्रिसमस के दिन उनके माता-पिता ने गुस्से में आकर सभी फैमिली प्रोगाम्स कैंसिल कर दिए और कहा कि वे रिश्तेदारों का सामना नहीं कर सकते.
खुद को बहुत निराश महसूस कर रहा
युवक का कहना है कि उसके माता-पिता उसकी तुलना उसके चचेरे भाई-बहनों से करते हैं, जो डॉक्टर बन चुके हैं, बड़ी कंपनियों में ऊंचे पदों पर हैं और घर-गाड़ी खरीद चुके हैं. उन्होंने उससे यह भी कहा कि उसे शर्म आनी चाहिए और वह दूसरों जैसा क्यों नहीं बन पाया. उसने यह भी बताया कि उसका एक बड़ा भाई बहुत सफल है, जिससे तुलना और ज्यादा बढ़ जाती है. युवक ने लिखा कि वह कॉलेज के समय से ही चिंता और अवसाद से जूझ रहा है और अब खुद को बहुत निराश महसूस कर रहा है.
रेडिट पोस्ट के जरिए लोगों से मांगी सलाह
रेडिट पोस्ट के जरिए उसने लोगों से सलाह मांगी कि जिन पर परिवार की बहुत ज्यादा उम्मीदों का दबाव होता है, वे इससे कैसे निपटें. इस पोस्ट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी और माता-पिता के व्यवहार की आलोचना की. कई यूजर्स ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चे का साथ देना चाहिए, न कि उसे नीचा दिखाना या दूसरों से तुलना करना. कुछ लोगों ने सलाह दी कि युवक को खुद पर ध्यान देना चाहिए और ऐसे निगेटिव माहौल से दूरी बनानी चाहिए.
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