फ्रांस के बाद अब ब्रिटेन में खून पीने वाले दुश्मन का कहर बढ़ रहा है. सोशल मीडिया पर इनके वीडियो की बाढ़ आई हुई है. ये लोगों के बिस्तर से लेकर बस और मेट्रो तक में पहुंच गए हैं. फ्रांस के साथ साथ अब ब्रिटेन में भी खटमलों की संख्या बढ़ रही है. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, spaniel प्रजाति के पिल्ले इंसानों से भी अधिक तेजी से खटमलों के संक्रमण के बारे में पता लगा सकते हैं. इन्हें रेस्क्यू के लिए पूरे ब्रिटेन में तैनात किया जाएगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि खटमल जब इंसानों को नहीं ढूंढते तब तक, बिना खून पिए एक साल तक छिपे रह सकते हैं. ये आमतौर पर बिस्तर, सोफे और बिजली के सॉकेट तक में मिलते हैं. साउथ लनार्कशायर में बीडीएल कैनाइन सर्विसेज के ब्रायन लीथ का कहना है, 'पेस्ट कंट्रोल में खटमलों को ढूंढने में ही 20 मिनट तक लग सकते हैं, अगर वो ढूंढ पाएं तभी. होटल की पूरी फ्लोर में तलाश करने में इंसानों को काफी समय लग सकता है. मेरा शरीर कई बार इन्हें दस सेकंड से भी कम वक्त में ढूंढ लेता है.'
कुत्ते के 60 साल के मालिक का कहना है कि वो स्कॉटलैंड और उत्तरी इंग्लैंड में एक दिन में पांच घरों में जाते हैं. औसतन तीन कमरों के बेडरूम के लिए 150 पाउंड (करीब 15 हजार रुपये) से 350 पाउंड (करीब 35 हजार रुपये) तक फीस लेते हैं. वेस्ट यॉर्कशायर की रहने वाली लूसी क्यूरी अपने कुत्ते फ्लॉयड के साथ बीते दो साल से खटमलों का पता लगाने का काम कर रही हैं. उनका कहना है, 'फ्लॉयड को ये पसंद है. जब वो खटमलों का पता लगा लेता है तो काफी अजीब से एक्सप्रेशन देता है. ये उसके लिए गेम की तरह है और फिर उसे टेनिस बॉल मिलती है.'
लूसी कहती हैं, 'खटमल के संक्रमण से जूझ रहे लोगों के लिए ये काफी परेशान करने वाला है. उन्हें शर्म से गुजरना पड़ता है क्योंकि गंदे घरों में रहने के कारण उनकी प्रतिष्ठा पर बात आती है, लेकिन खटमल भेदभाव नहीं करते.' खटमलों को पकड़ने के लिए कई स्कूलों में स्निफर डॉग्स को ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके लिए बेड बग फाउंडेशन (बीबीएफ) और नेशनल असोसिएशन ऑफ सिक्योरिटी डॉग यूजर्स तक काम कर रहे हैं. कई होटल हर तीन महीने में इनकी सेवाएं ले रहे हैं, ताकि समय पर खटमलों के संक्रमण का पता लगा सकें.
अब चूंकी खटमल फ्रांस और ब्रिटेन के बाद दूसरे देशों में भी तेजी से फैल रहे हैं, इसी वजह से इन कुत्तों की डिमांड काफी बढ़ गई है. पेरिस में हालात काफी खराब हैं. यहां खटमल घरों के अलावा स्कूल, सिनेमा हॉल, होटल और ट्रेंस में भी मिल रहे हैं.
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