अगर आप नए साल का स्वागत बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में करने का मन बना रहे हैं, तो घर से निकलने से पहले वहां के हालात जान लेना बेहद जरूरी है. वाराणसी में नए साल के जश्न से पहले ही आस्था और पर्यटन का ऐसा 'जलसैलाब' उमड़ पड़ा है कि शहर की गलियों से लेकर घाटों तक भारी भीड़ नजर आ रही है.
काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए अभी से ही लंबी कतारें लग रही हैं. कड़ाके की ठंड में भी लोग घंटों तक लाइन में लगकर दर्शन का इंतजार कर रहे हैं. देश के अलग-अलग राज्यों से लोग वाराणसी में पहुंच रहे हैं.
यह भी पढ़ें: ठंड और कोहरे की मार... नए साल पर अयोध्या जाने से पहले जान लीजिए वहां का हाल
काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने बड़े फैसले लिए हैं. दर्शन के लिए घंटों लंबी कतारें लग रही हैं, जिसे नियंत्रित करने के लिए वीआईपी दर्शन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. मंदिर की ओर आने वाले सभी प्रमुख रास्तों को 'नो व्हीकल जोन' घोषित कर दिया गया है, यहां तक कि ई-रिक्शा के प्रवेश पर भी पाबंदी है. वर्तमान में प्रतिदिन करीब 4 लाख लोग यहां पहुंच रहे हैं और आशंका है कि 1 जनवरी को यह संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगी.
आने वाले दिनों में स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है. दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती हो या क्रूज की सवारी, हर जगह पर्यटकों का भारी जमावड़ा है, जिससे गोदौलिया और कैंट जैसे इलाकों में घंटों का ट्रैफिक जाम लग रहा है. शहर के अलग-अलग इलाकों में ट्रैफिक डायवर्जन भी किया है.
यह भी पढ़ें: पहाड़ों का रोमांच न बन जाए परेशानी, ट्रेक पर जाने वालों के लिए ये 5 टिप्स हैं जरूरी
कड़ाके की ठंड और 'कोहरे' का सितम
वाराणसी इस वक्त भीषण शीतलहर की चपेट में है. कड़ाके की ठंड के साथ-साथ सुबह और रात के समय घना कोहरा छा रहा है. घाटों पर चलने वाली बर्फीली हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है. अगर आप आ रहे हैं, तो भारी ऊनी कपड़ों के बिना आने की गलती न करें. घने कोहरे का सबसे बुरा असर यातायात पर पड़ा है. विजिबिलिटी कम होने की वजह से वाराणसी आने-जाने वाली दर्जनों ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं, जबकि कई उड़ानें रद्द या डायवर्ट की जा रही हैं.
सड़क मार्ग पर भी रफ्तार काफी धीमी है. काशी आने से पहले अपने होटल की बुकिंग कन्फर्म कर लें और अपनी ट्रेन या फ्लाइट का स्टेटस बार-बार चेक करते रहें. भीड़ और ठंड को देखते हुए बुजुर्गों और बच्चों के साथ यात्रा करने में विशेष सावधानी बरतें.
यह भी पढ़ें: ट्रेन, हवाई जहाज या सड़क मार्ग, कैसे पहुंचें सबरीमाला? जानिए यात्रा के लिए जरूरी टिप्स
aajtak.in