सोने का काम, रत्नों से जड़ी... बेंगलुरु से अयोध्या पहुंची तंजावुर शैली की दिव्य राम पेंटिंग

बेंगलुरु से अयोध्या तक 1900 किलोमीटर का सफर तय कर भगवान राम की एक अनोखी पेंटिंग राम जन्मभूमि मंदिर पहुंची है. इस पेंटिंग को सुरक्षित पहुंचाने का जिम्मा भारतीय डाक विभाग ने उठाया था.

Advertisement
सोने और कीमती रत्नों से जड़ी 12 फीट लंबी राम पेंटिंग (Photo: instagram.com/ @jyotiradityascindia) सोने और कीमती रत्नों से जड़ी 12 फीट लंबी राम पेंटिंग (Photo: instagram.com/ @jyotiradityascindia)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 24 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:57 PM IST

भारतीय डाक विभाग ने अपनी 'लॉजिस्टिक्स पोस्ट' सेवा के जरिए एक बेहद सराहनीय काम किया है. भगवान श्री राम की एक बेशकीमती तंजावुर कलाकृति (Thanjavur Art) को पूरी सुरक्षा और सावधानी के साथ बेंगलुरु से अयोध्या पहुंचाया. यह काम डाक विभाग की विशेष लॉजिस्टिक्स और सटीक प्रबंधन क्षमता का एक शानदार उदाहरण है, जहां इतनी नाजुक और अनमोल पेंटिंग को एक शहर से दूसरे शहर तक बिना किसी नुकसान के सफलतापूर्वक डिलीवर किया गया. यह सफर जितना लंबा था, उसे पूरा करना उतना ही चुनौतीपूर्ण. आइए जानते हैं कि कैसे 5 राज्यों की सीमाएं पार कर यह  पार्सल अपने मंजिल तक पहुंचा.

Advertisement

12 फीट की लंबाई और 800 किलो वजन

बेंगलुरु की रहने वाली जयश्री फनीश ने भगवान राम की एक भव्य पेंटिंग अयोध्या के राम मंदिर को भेंट की है. यह कोई साधारण पेंटिंग नहीं है, इसे तंजावुर कला शैली में बनाया गया है, जिसमें सोने के काम के साथ कीमती रत्न जड़े हैं. इस पेंटिंग की भव्यता का अंदाजा आप इसके आकार से लगा सकते हैं कि यह 12 फीट लंबी और 8 फीट चौड़ी है और इसका वजन करीब 800 किलो है. इतने भारी सामान को ले जाना आसान नहीं था, इसलिए इसे लकड़ी के एक खास बॉक्स में पैक किया गया और ट्रक पर चढ़ाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल करना पड़ा.

यह भी पढ़ें: क्रिसमस और न्यू ईयर ट्रिप न बन जाए सिरदर्द, यात्रा से पहले अपनाएं ये जरूरी टिप्स

Advertisement

5 राज्यों का पहरा और 1900 KM का रोमांचक रास्ता

17 दिसंबर 2025 को यह सफर बेंगलुरु से शुरू हुआ. 1900 किलोमीटर लंबे इस सफर में यह ट्रक कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश होते हुए उत्तर प्रदेश पहुंचा. रास्ते में सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा गया और डाक विभाग के बड़े अधिकारी खुद इस वाहन के साथ चल रहे थे. सफर के दौरान उत्तर भारत के घने कोहरे ने मुश्किलें तो बढ़ाईं, लेकिन अधिकारियों की मुस्तैदी की वजह से कहीं कोई रुकावट नहीं आई. 22 दिसंबर को यह काफिला सुरक्षित अयोध्या पहुंच गया.

यह भी पढ़ें: भूल जाएंगे पेरिस और लंदन! भारत के इन शहरों में मनाएं 'यूरोप जैसा' क्रिसमस

डाक विभाग का नया कीर्तिमान

22 दिसंबर 2025 को जब यह ट्रक अयोध्या पहुंचा, तो वहां नजारा देखने लायक था. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय की मौजूदगी में इस भव्य पेंटिंग को सुरक्षित तरीके से सौंपा गया डाक विभाग ने अपनी 'लॉजिस्टिक्स पोस्ट' सेवा के जरिए यह साबित कर दिया कि वह अब केवल चिट्ठियां बांटने वाला विभाग नहीं रहा, बल्कि करोड़ों की विरासत और भारी-भरकम साजो-सामान को भी पूरी सुरक्षा के साथ पहुंचाने वाली एक मॉडर्न लॉजिस्टिक पावर बन चुका है. यह सफल मिशन न केवल तकनीक की जीत है, बल्कि आस्था के प्रति भारतीय डाक की अटूट प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement