5 अक्टूबर से Windows 11 यूजर्स को दिया जाने लगेगा. माइक्रोसॉफ्ट ने इसे हाल ही में लॉन्च किया था और अब कंपनी ने रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है. लेकिन ये हर यूजर्स को नहीं मिलेगा. इसके लिए कंपनी ने योग्यता तय कर दी है.
हम आपको यहां बताएंगे कि Windows 11 किन यूजर्स को 5 अक्टूबर से मिलेगा. इसके अलावा आपको ये भी बताएंगे कि इसे अपग्रेड करने के तरीके क्या होंगे. साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि Windows 11 में 5 अक्टूबर से क्या फीचर नहीं मिलेंगे.
गौरतलब है कि 5 अक्टूबर से जारी किए जा रहे Windows 11 में सभी फीचर्स नहीं दिए जाएंगे. माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक Windows 11 एक फ्री अपग्रेड होगा. फ्री अपग्रेड उन यूजर्स के लिए जो Windows 10 का लाइसेंस वर्जन ऑपरेटिंग सिस्टम यूज कर रहे हैं.
Windows 10 लाइसेंस वर्जन होने के अलावा यूजर्स का कंप्यूटर Windows 11 का मिनिमम सिस्टम रिक्वायरमेंट फुलफिल करता हो. आपके कंप्यूटर में कम से कम 64 बिट का 1.5GHz स्पीड वाला प्रोसेसर होना चाहिए. प्रोसेसर दो से ज्यादा कोर वाले होने चाहिए.
आपके कंप्यूटर में कम से कम 64GB की स्टोरेज होनी चाहिए और 4GB रैम होना चाहिए. अगर ये सब आपके कंप्यूटर में है और आप Windows 10 का लाइसेंस वर्जन यूज करते हैं तो आप Windows 11 के अपडेट के लिए योग्य हैं.
आपका कंप्यूटर Windows 11 अपडेट के लिए योग्य है या नहीं इसे चेक करने के लिए आप माइक्रोसॉफ्ट के एक ऐप का भी सहारा ले सकते हैं. पीसी हेल्थ चेक टूल इसके लिए आप यूज कर सकते हैं.
Windows 11 के साथ एंड्रॉयड ऐप्स का सपोर्ट मिलने वाला है. लेकिन 5 अक्टूबर से जारी होने वाले वर्जन में ये फीचर नहीं मिलेगा. हालांकि आपको नया स्टार्ट मेन्यू मिलेगा, स्नैप लेआउट से लेकर डेस्क्टॉप ग्रुप करने के फीचर्स मिलेंगे. नए विजेट्स, पर्सनलाइजेशन फीचर्स के लिए नए तरह का यूजर इंटरफेस भी मिलेगा.
गौरतलब है कि जब Windows 11 का ऐलान किया गया तब कंपनीन ने कहा कि 2017 से पहले के प्रोसेसर वाले कंप्यूटर में Windows 11 नहीं चलेगा. जाहिर है इससे करोड़ों लोगों को निराशा हुई. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब कंपनी ने मोटे तौर पर पीसी में क्या चाहिए वो बता दिया है. यानी 2017 के पहले प्रोसेसर कंप्यूटर में भी Windows 11 यूज किया जा सकता है.
Windows 11 का अपग्रेड चरणों में किया जाएगा. यानी 5 अक्टूबर से अपडेट मिलना शुरू होगा, तो मुमकिन है आपको इसके बाद भी थोड़ा इंतजार करना पड़े.