प्राइमरी की किताब में पढ़ाया जा रहा U से Ugly, अश्वेत का दिया उदाहरण!

नस्लभेद को लेकर अमेरिका से उठी आवाज अब भारत के पश्चिम बंगाल में पहुंच गई है. प्राइमरी स्कूल की किताब में अश्वेत लोगों को Ugly बताए जाने पर विवाद शुरू हो गया है.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

मनोज्ञा लोइवाल

  • कोलकाता,
  • 11 जून 2020,
  • अपडेटेड 1:19 PM IST

  • प्राइमरी स्कूल की किताब पर बवाल
  • अश्वेत शख्स को बताया गया Ugly

अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका समेत कई देशों में नस्लभेद के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हो रहा है. नस्लभेद को लेकर अमेरिका से उठी आवाज अब भारत के पश्चिम बंगाल में पहुंच गई है. प्राइमरी स्कूल की किताब में अश्वेत लोगों को Ugly बताए जाने पर विवाद शुरू हो गया है.

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प्राइमरी स्कूल के एक किताब में U अक्षर की व्याख्या Ugly शब्द से की गई है. इस शब्द के साथ एक अश्वेत शख्स की तस्वीर लगाई है. इस पर बच्चों के अभिभावकों ने आपत्ति जताई है. अभिभावकों का कहना है कि बच्चों के अल्फाबेट और वर्ड्स की बुक में U अक्षर की व्याख्या Ugly शब्द से की गई और एक अश्वेत इंसान की तस्वीर लगाई गई, जो कि गलत है.

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U से Ugly का यह विवाद पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्दवान जिले से शुरू हुआ है. बर्दवान जिले के एक सरकारी सहायता प्राप्त म्युनिसिपल गर्ल्स हाई स्कूल में इस किताब के जरिए प्री-प्राइमरी क्लास के बच्चों को अंग्रेजी अल्फाबेट और शब्दों की पढ़ाई कराई जा रही है.

विरोध कर रहे अभिभावकों में से एक सुदीप मजूमदार ने कहा कि मेरी बेटी म्युनिसिपल गर्ल्स हाई स्कूल में पढ़ती है. यह गलत है कि उसे अश्वेत इंसानों को ugly पढ़ाया जा रहा है. इस किताब को वापस लिया जाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो बच्चों के मन में अश्वेत इंसानों के प्रति हीन भावना आएगी.

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इस मामले में स्कूल प्राइमरी एजुकेशन के डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर स्वप्न कुमार दत्त ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि इस तरह की शिक्षा देना गलत है. यह सरकार की ओर से जारी की गई किताब नहीं है. मैं स्कूल से बात करूंगा और जरूरत पड़ेगी तो किताब को बदला जाएगा.

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