मध्य प्रदेश का सियासी बवंडर थमा नहीं है. कांग्रेस के दावों से उलट समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायकों ने कहा कि हमें किसी ने बंधक नहीं बनाया था. आजतक से खास बातचीत में विधायकों ने कहा कि कल के घटनाक्रम की वजह कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति है.
बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा ने कहा, 'मैं क्या पाकिस्तान में फंसा था क्या कि मुझे एयरलिफ्ट करके लाए? अगर मैं कहीं जाना चाहूं तो क्या मुझे कोई रोक सकता है? मैं तो पहले से दिल्ली में था. दिग्विजय सिंह का फोन आया तो उनके पास मध्यांचल चला गया.'
पढ़ें: गुरुग्राम के होटल में हाईवोल्टेज ड्रामा, 10 विधायकों पर सस्पेंस
बीजेपी नेता ने नहीं किया संपर्क
कांग्रेस के आरोपों पर समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक राजेश शुक्ला ने कहा, 'मुझसे शिवराज, नरोत्तम या किसी भी बीजेपी नेता ने संपर्क नहीं किया.' कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि इन विधायकों को बीजेपी ने गुरुग्राम के एक होटल में बंधक बनाया था.
MP में ऑपरेशन लोटस की Inside Story: राज्य की सत्ता से ज्यादा राज्यसभा चुनाव पर गदर
कांग्रेस ने किया था यह दावा
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि 10 विधायकों को बीजेपी धनबल और गुमराह करके गुरुग्राम लाई थी. एक-एक विधायकों को पैसे का ऑफर किया गया था. दिग्विजय सिंह की अगुवाई में मध्य प्रदेश सरकार के दो मंत्री जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी गुरुग्राम के होटल में पहुंच गए और 6 विधायकों को निकाल लिया.
पढ़ें: गढ़ में लग गई सेंध, लेकिन ऑपरेशन लोटस से बेपरवाह ज्योतिरादित्य सिंधिया?
25-30 करोड़ के ऑफर का आरोप
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था, 'बीजेपी खुलेआम कांग्रेस पार्टी के विधायकों को 25-35 करोड़ का लालच दे रही है. परसों ही मैंने कहा था कि बीजेपी वाले 5 करोड़ रुपये पहले, फिर 5 करोड़ रुपये राज्यसभा चुनाव में वोटिंग पर और बाकी मध्य प्रदेश में सरकार गिराने पर दे रहे हैं.'
4 विधायकों के बीजेपी के पास होने का दावा
दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि सभी विधायक वापस आ गए हैं. अब सिर्फ तीन कांग्रेस विधायक और एक निर्दलीय ही बीजेपी के पास हैं. उनको भी जल्द ही बीजेपी के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. हम उनके साथ संपर्क में हैं. जो निर्दलीय गया है, वो भी पुराना कांग्रेस है. सब वापस आ जाएंगे.
रवीश पाल सिंह