समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार जन्माष्टमी मध्य प्रदेश के इंदौर में मनाएंगे. इतना ही नहीं वे यादव समाज के प्रमुख लोगों से भी मिलेंगे. मध्य प्रदेश में कुछ ही महीनों के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. सपा अध्यक्ष लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं. ऐसे में जन्माष्टमी कार्यक्रम में शामिल होने में उनका कोई न कोई राजनीतिक मकसद छिपा है.
उत्तर प्रदेश की सत्ता गंवा चुके अखिलेश यादव इन दिनों मध्य प्रदेश में राजनीतिक संभावना तलाशने और जमीन बनाने की तैयारी में है. प्रदेश में करीब 5 फीसदी यादव मतदाता हैं. इसी मद्देनजर अखिलेश लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं.
भोपाल के बाद अब इंदौर में भगवान श्रीकृष्ण के जन्माष्टमी के मौके पर यादव समाज द्वारा निकाली जाने वाली शोभायात्रा में शामिल होंगे. इस मौके पर शहर के यादव समाज के प्रमुख नेताओं से मुलाकात भी करेंगे.
कांग्रेस के पुराने नेता मूलचंद्र यादव (बंते) पार्टी छोड़कर सपा का दामन थाम चुके हैं. उन्हें सपा प्रदेश चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया है. राज्य में करीब एक दर्जन विधानसभा सीटें हैं जहां यादव मतदाता काफी अहम माने जाते हैं. इनमें से अधिकतर सीटें मालवा इलाके में हैं. दिलचस्प बात ये है कि इस बार अखिलेश का दौरा भी इसी क्षेत्र के इंदौर में है.
इंदौर में कुल 9 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन इनमें से दो सीटें ऐसी हैं, जहां यादव मतदाता करीब अच्छी खासी तादाद में हैं. इनमें एक सीट शहर के 1 नंबर क्षेत्र में आती है दूसरी 3 नंबर है. करीब 40 हजार के आसपास दोनों सीटों पर यादव वोटर्स हैं. इसके बाद भी इन दोनों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. जबकि सपा ने पिछली बार अपने उम्मीदवार उतारे थे जो अपनी जमानत भी नहीं बचा सके थे.
इंदौर के विधानसभा एक से बीजेपी के सुदर्शन गुप्ता दो बार से लगातार चुनाव जीती आ रही है. इस सीटी पर कांग्रेस ने यादव समुदाय के उम्मीदवार उतारे थे फिर जीत हासिल नहीं कर सके. सपा ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी उतारा, जिसे महज 636 वोट ही मिले थे. जबकि इस सीट पर 38 हजार वोट यादव समुदाय के हैं. इसके बाद भी बीजेपी जीतने में कामयाब रही थी.
इंदौरी दूसरी सीट तीन नंबर विधानसभा है. इस सीट पर करीब 40 हजार वोट यादव समुदाय के हैं. यहां से बीजेपी की उषा ठाकुर विधायक हैं. जबकि इस सीट पर भी सपा ने मुस्लिम उम्मीदवार उतारा था, लेकिन वो अपनी जमानत नहीं बचा सके थे.
बता दें कि 2003 के विधानसभा चुनाव में सपा ने मध्य प्रदेश की 230 विधासभा सीटों में से कुल 161 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे. इनमें 146 की जमानत जब्त हो गई थी. सपा के खाते में 5.26 फीसदी वोट मिले थे. इससे पहले 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने करीब 184 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, इनमें से एक जीतने में कामयाब रहा था. बाकी 183 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. सपा को 2.46 फीसदी वोट मिले थे.
कुबूल अहमद