कोरोना पर एक्शन में मोदी सरकार, चार पड़ोसी देशों से सटे बॉर्डर सील

भारत-नेपाल, भारत-बांग्लादेश, भारत-भूटान, भारत-म्यांमार सीमा को सील कर दिया गया है. गृह मंत्रालय ने इस संबंध में शनिवार को एक नोटिस जारी किया है. नोटिस के मुताबिक शनिवार यानी 14 मार्च रात 12 बजे के बाद से सभी यात्रियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है.

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कोरोना वायरस को रोकने के लिए लिया फैसला कोरोना वायरस को रोकने के लिए लिया फैसला

कमलजीत संधू

  • नई दिल्ली,
  • 15 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 12:38 AM IST

  • कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए बड़ा फैसला
  • अंतरराष्ट्रीय सीमा पर यात्रियों की आवाजाही पर रोक

भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए केंद्र सरकार सख्त कदम उठा रही है. नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत-नेपाल, भारत-बांग्लादेश, भारत-भूटान, भारत-म्यांमार सीमा को सील करने का आदेश दिया है. गृह मंत्रालय ने इस संबंध में शनिवार को एक नोटिस जारी किया है. नोटिस के मुताबिक शनिवार यानी 14 मार्च रात 12 बजे के बाद से सभी यात्रियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है.

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नोटिस में कहा गया, 'चेकप्वाइंट के जरिए सभी यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. यह नियम भारत-नेपाल, भारत-बांग्लादेश, भारत-भूटान और भारत-म्यांमार सीमा पर लागू होती है. जबकि भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को रविवार (15 मार्च) रात 12 बजे से बंद किया जाएगा.

गुजरात में सरेआम थूकने पर लगेगी रोक

कोरोना वायरस फैलने की आशंका के मद्देनजर गुजरात सरकार ने सार्वजनिक स्थान पर थूकने को दंडनीय अपराध घोषित करने की योजना बनाई है. गुजरात में वैसे तो कोराना वायरस का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है, फिर भी सरकार एहतियातन यह कड़ा कदम उठाने जा रही है, ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके.

प्रधान सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) जयंती रवि ने कहा, 'हम सार्वजनिक जगहों पर थूकना प्रतिबंधित करने के लिए वीडियो लिंक के जरिये कलेक्टरों, निगमायुक्तों और नगर पालिकाओं के मुख्य अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. हम इस पर भी चर्चा कर रहे हैं कि थूकने को किस तरह दंडनीय बनाया जाए.'

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उन्होंने कहा, 'भारतीय महामारी अधिनियम, 1897 का आधार बनाते हुए हमने कोविड-19 की रोकथाम के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्टरों और शहरी इलाकों में निगमायुक्तों जैसे अधिकारियों को एक अधिसूचना जारी की है.'

चीन का अनुभव दुनिया के लिए लाभदायक

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में घोषणा की कि नोवेल कोरोना वायरस की महामारी पूरी दुनिया में फैली हुई है. 50 से अधिक देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की नजर में महामारी की रोकथाम के विषय पर विशेष सम्मेलन चीन में आयोजित हुआ.

चीन ने सम्मेलन में महामारी की रोकथाम के बारे में सवालों के जवाब दिए. उपस्थितों को क्यूआर कोड स्कैन करके अंग्रेजी संस्करण की उपचार और रोकथाम योजना, नवीनतम उपलब्धि और रोकथाम के अनुभव से जुड़ी हुई चिकित्सा सामग्री मिली.

अब चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने फ्रांस, जर्मनी, सऊदी अरब, अमेरिका, इंडोनेशिया, कतर, मलेशिया, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, पाकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात, इथोपिया, चिली और क्यूबा समेत कई देशों के नेताओं को फोन किया और महामारी पर विजय हासिल करने का सक्रिय संकेत दिया.

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शी चिनफिंग ने मानव समुदाय के साझे भविष्य के निर्माण और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि महामारी की रोकथाम में चीन दुनिया की शक्ति बनेगा और योजना देगा. दुनिया के विभिन्न देश एक साथ मिलकर अवश्य ही महामारी की रोकथाम में विजय हासिल करेंगे.

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