राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद प्रताप चंद सारंगी और डॉ. हिना गावित के भाषण का जिक्र किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चर्चा के प्रारंभ में पहली बार सदन में आए डॉ. प्रताप सारंगी और आदिवासी समाज से हमारी बहन हिना गावित ने जिस बारीकी से बातों को रखा और जिस प्रकार से विषय को प्रस्तुत किया, तो समझता हूं कि मैं कुछ भी न बोलूं तो भी चलेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि संसद में जो पहली बार आए हैं, उन्होंने अच्छे तरीके से बात रखने का प्रयास किया. जो अनुभवी हैं, उन्होंने भी अपने अपने तरीके से चर्चा को आगे बढ़ाया. जानिए कौन हैं सारंगी और डॉ. हिना गावित, उन्होंने ऐसा क्या कहा कि पीएम मोदी भी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं सके.
सारंगी ने मंत्रों, श्लोकों और सूक्तियों का किया उल्लेख
ओडिशा के बालासोर लोकसभा सीट से जीतकर मंत्री बने प्रताप चंद सारंगी ने संसद में पहले भाषण में ही अपनी छाप छोड़ी. उनका सोमवार को लोकसभा में दिया भाषण चर्चा का केंद्र रहा. उन्होंने हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत का इस्तेमाल करते हुए प्रभावी भाषण दिया. अपने भाषण में कई बार गीता, राम चरित मानस, वेद मंत्रों, श्लोकों और तमाम सूक्तियों का संदर्भ भी दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पीएम नरेंद्र मोदी के पिछले पांच साल के कार्यकाल में किए गए कामकाज की सफलता को स्वीकार कर उनका अभिनंदन करना चाहिए .सारंगी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ के बादलों से सच को नहीं छिपाया जा सकता.बीजेपी के टिकट पर बालासोर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बने 64 वर्षीय प्रताप चंद्र सारंगी को 'ओडिशा का मोदी' भी कहते हैं. सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए सुर्खियों में रहने वाले प्रताप 17 वीं लोकसभा के चुनाव में बीजेडी के सांसद और अरबपति उम्मीदवार रबींद्र कुमार जेना को हराकर संसद पहुंचे हैं. काफी कम पैसे खर्च कर उन्होंने चुनाव लड़ा था. दूसरे उम्मीदवार बड़ी-बड़ी गाड़ियों में बैठकर चुनावी कैंपेन कर रहे थे, वहीं सारंगी ऑटोरिक्शा रैली करते थे. वह साइकिल से कैंपेन करने निकल पड़ते थे.
डॉक्टर से सांसद बनीं हिना गावित
डॉ. हिना गावित के भाषण का जिक्र भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान किया. 31 वर्षीय डॉ. गावित लगातार दूसरी बार बीजेपी से सांसद बनीं हैं. 2014 के चुनाव में वह 25 साल की उम्र में बीजेपी से सांसद बनी थीं. एमबीबीएस और जनरल मेडिसिन में एमडी की डिग्रीधारी हिना आदिवासी परिवार से हैं. उनके पिता विजयकुमार गावित महाराष्ट्र में मंत्री रह चुके हैं.
जब 2014 में हिना को बीजेपी से टिकट मिला था तो उनके पिता विजय कुमार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) ने पार्टी से निकाल दिया था. 2014 में गावित ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और 9 बार लगातार लोकसभा चुनाव जीतने वाले माणिक राव गावित को हराकर सुर्खियां बटोरी थी. महाराष्ट्र की नंदूरबार लोकसभा सीट पर1967 से लेकर 2009 तक करीब 42 साल तक कांग्रेस ही जीतती आई. मगर हिना गावित ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट को जीतकर बीजेपी की झोली में डाल दी.
संसद में क्या बोला हिना ने
हिना ने लोकसभा में कहा कि नंदूरबार में मैं हेल्थ कैंप का आयोजन करती थी. एक 72 वर्षीय वृद्ध महिला मिलीं, जो देख नहीं पाती थी. मैने पूछा- कितने वर्षों से देख नहीं पाती तो उन्होंने कहा कि बचपन से ही उनकी दृष्टि नहीं है. जांच के दौरान एक सीनियर डॉक्टर ने कहा कि कुपोषण के कारण कैट्रैक्ट(मोतियाबिंद) की समस्या से आंखों में रोशनी नहीं है.
फिर जब उनका सफल ऑपरेशन हुआ तो मेरे आनंद की सीमा नहीं थी. उन्होंने छड़ी फेंक दी और वह सब कुछ देखने में सफल हुईं. हिना ने कहा कि वह महिला कांग्रेस की रियलिटी है. नेता वो नहीं होता, जो भाषण दे, नेता वो होता है जो गरीबों के घर में राशन दे. हिना गावित ने कहा कि अब तक सरकारें एंटी इन्कमबेंसी पर बनती थी, पहली बार प्रो इन्कमबेंसी पर बनी है. ये पॉजिटिव वोट पर बनी सरकार है.
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