बद्रीनाथ धाम के कपाट को भारी बर्फबारी के बीच 6 महीने के लिए बंद कर दिया गया है. उत्तराखंड में हुई बर्फबारी से बद्रीनाथ के रास्ते में कई फीट तक बर्फ जम गई है. वहीं बर्फबारी से तापमान में काफी गिरावट आ गई है.
बद्रीनाथ के कपाट बंद करने से पहले ऐसे की जाती है पूजा
बद्रीनाथ धाम में 6 महीने की यात्रा सीजन के दौरान चारों धामों के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में देश और विदेश से श्रध्दालू और पर्यटक आते हैं. हालांकि सर्दियों के दौरान उत्तराखंड में स्थित चारों धामों (केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) में कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं. जो अप्रैल-मई में खोल दिए जाते हैं.
बद्रीनाथ धाम में बर्फबारी, देखें तस्वीरें...
कपाट बंद होने से पहले फूलों से सजाया गया मंदिर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बद्रीनाथ धाम कपाट बंद होने से पहले मंदिर को फूलों से सजाया जाता है. जिसकी तैयारी मंदिर समिति करती है.
बता दें, भले ही धाम के कपाट को बंद कर दिया गया है, लेकिन अभी भी कुछ व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले हैं और कुछ बंद करने की तैयारी में लगे है. वहीं कपाट बंद होने पर गढ़वाल राइफल अपने बैंड की मधुर ध्वनि बजाते है. वहीं गांव के लोग विधि-विधान के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट को शीतकाल के लिए बंद करने की तैयारियां करते हैं.
अनुज कुमार शुक्ला