जनता दल (यूनाइटेड) JDU के कार्यकर्ता सम्मेलन में भीड़ ना जुटने पर विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर ले रहे हैं. दरअसल, JDU ने पटना के गांधी मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया था, लेकिन JDU के राष्ट्रीय महासचिव ने ही कहा था कि इस सम्मेलन में उच्च पदाधिकारियों के साथ-साथ बूथ लेवल के कार्यकर्ता भी बुलाए गए हैं. वहीं, विपक्ष का तर्क है कि बिहार में 71 हजार बूथ है. अगर बूथ लेबल से 2-2 कार्यकर्ता आते तो उनकी संख्या 1.40 लाख होनी चाहिए, लेकिन उससे आधे कार्यकर्ता भी नहीं पहुंचे.
वहीं, JDU के नेताओं का कहना है कि कार्यकर्ता तो लाखों की संख्या में आए, लेकिन धूप और गर्मी की वजह से अधिकतर गांधी मैदान नहीं पहुंच पाए. रविवार को इस सीजन की सबसे ज्यादा धूप और गर्मी भी दिखी, इसलिए सब पेड़ों की छांव में बैठे रहे. इसके बाद RJD नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला.
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तेजस्वी ने जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन को सुपर फ्लॉप बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार की नाक बच जाती अगर वो गांधी मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन नहीं बुलाते. उन्होंने कहा कि अब जनता तो दूर कार्यकर्ता भी उनका साथ नहीं दे रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के गांधी मैदान से 5 गुना भीड़ तो उनकी मोतिहारी की सभा में थी. नीतीश कुमार को मान लेना चाहिए कि बिहार में अब उनका जनाधार नहीं रहा.
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इधर, जेडीयू भीड़ कम आने के कारण तलाशने में लगी है. जेडीयू ने 1 मार्च 2015 को भी कार्यकर्ता सम्मेलन किया था, उस समय आरजेडी और जेडीयू का औपचारिक गठबंधन भी नहीं हुआ था. उसके बावजूद काफी संख्या में कार्यकर्ता उस सम्मेलन में उत्साह के साथ शामिल हुए थे.
कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने की सारी जिम्मेदारी जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह और सांसद लल्लन सिंह के जिम्मे थी. वहीं, नीतीश कुमार को बताया गया था कि गांधी मैदान में काफी संख्या में लोग आएंगे, लेकिन हुआ उसके उल्ट.
सुजीत झा