108 फुट ऊंची जैन तीर्थंकर की मूर्ति 'गिनीज बुक' में शामिल

जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की 108 फुट ऊंची प्रतिमा को ‘गिनीज वर्ल्ड रिकार्डस’ में सबसे विशाल जैन प्रतिमा के रूप में शामिल किया गया है. इस प्रतिमा को एक ही पत्थर को तराशकर बनाया गया है.

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ब्रजेश मिश्र

  • नई दिल्ली,
  • 08 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 4:25 PM IST

जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की 108 फुट ऊंची प्रतिमा को ‘गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस’ में सबसे विशाल जैन प्रतिमा के रूप में शामिल किया गया है. इस प्रतिमा को एक ही पत्थर को तराशकर बनाया गया है.

यह भव्य प्रतिमा उत्तरी महाराष्ट्र जिले में बेगलान तहसील के तेहराबाद गांव के मंगी तुंगी पर्वत पर स्थित है. पिछले माह एक भव्य समारोह के दौरान प्रतिमा की स्थापना की गई. इसमें कई दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान चला था. बीजेपी नेता अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और अनेक मंत्रियों ने अगल-अलग दिन इस अनुष्ठान में हिस्सा लिया था.

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मंगी तुंगी ट्रस्ट के महासचिव संजय पापादीवाल ने बताया कि ‘गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस’ के अधिनिर्णायक स्वप्निल दांगीकर ने रविवार को इसे दुनिया की सबसे विशाल जैन प्रतिमा का प्रमाणपत्र प्रदान किया. उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध दिगंबर जैन तीर्थस्थल मंगी तुंगी में दांगीकर ने यह प्रमाणपत्र जैन साध्वी ज्ञानमती माताजी और चंदनमती माताजी को सौंपा.

अभी तक कर्नाटक के श्रवनबेलागोला में स्थित 57 फुट ऊंची भगवान बाहुबली की प्रतिमा को दुनिया की सबसे विशाल प्रतिमा की मान्यता मिली हुई थी.

पापादीवाल ने बताया कि मंगी तुंगी पर्वत के एकलौते पत्थर को तराशने में 300 से ज्यादा शिल्पकारों ने काम किया. इसका काम 2012 में शुरू किया गया था.

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