India vs Australia Test: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 2019 में नया टूर्नामेंट वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) शुरू किया था. यह टूर्नामेंट दो साल तक चलता है, जिसके तहत सभी टेस्ट दर्जा प्राप्त टीमें एक-दूसरे से सीरीज खेलती हैं. इसके बाद पॉइंट्स टेबल में टॉप-2 पर काबिज होने वाली टीमों के बीच एक फाइनल मुकाबला होता है और इसमें जीतने वाली टीम को खिताब मिलता है.
पहला सीजन 2019 से 2021 तक हुआ था, जिसमें भारतीय टीम और न्यूजीलैंड टॉप-2 पर रही थीं. इन दोनों के बीच साउथैम्पटन में फाइनल हुआ था, जिसमें न्यूजीलैंड ने जीत दर्ज कर खिताब पर कब्जा जमाया था. WTC का दूसरा यानी 2021-2023 सीजन भी पूरा हो गया है.
ऑस्ट्रेलिया 209 रनों से जीता WTC 2023 फाइनल
इसमें शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया पॉइंट्स टेबल में टॉप पर रही थी, जबकि भारतीय टीम दूसरे नंबर पर रही. इसी के चलते दोनों टीमों को फाइनल खेलने का मौका मिला. भारतीय टीम लगातार दूसरी बार WTC के फाइनल में पहुंची थी. मगर इस बार भी खिताब जीतने का सपना टूट गया और फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने 209 रनों से करारी शिकस्त दी.
WTC 2023 फाइनल मुकाबले का हाल
ऑस्ट्रेलियाई टीम - पहली पारी: 469, दूसरी पारी: 270/8 (घोषित)
भारतीय टीम - पहली पारी: 296, दूसरी पारी: 234
अगले WTC सीजन का फाइनल लॉर्ड्स में होगा
अब वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का तीसरा यानी 2023-25 सीजन भी शुरू हो जाएगा. इसका फाइनल इंग्लैंड के लॉर्ड्स में होना तय किया गया है. अब हम असली मुद्दे पर आते हैं, जो इस पूरी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के दौरान ही छाया रहा है. यह मुद्दा दो साल के टूर्नामेंट के बाद एक फाइनल कराने का है.
WTC में एक मैच के फाइनल पर उठे सवाल
पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा समेत कई दिग्गजों ने इस बात को लेकर सवाल उठाए हैं कि आखिर दो साल तक 6-6 टेस्ट सीरीज खेलकर फाइनल में जगह बनाने वाली टीमों के साथ इतनी नाइंसाफी क्यों होती है? टॉप-2 टीमों के बीच खिताब के लिए एक ही फाइनल क्यों कराया जाता है? यह सवाल दिग्गजों ने ICC से पूछे हैं, जिसका जवाब अब तक किसी को नहीं मिला है.
इन दिग्गजों ने सुझाव भी दिए हैं कि खिताब के लिए दोनों टीमों के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज ही कराई जानी चाहिए. इसका कारण है कि दो साल तक टूर्नामेंट खेलकर फाइनल में जगह बनाने वाली टीम से एक मैच में गलती भी हो सकती है और हार के कारण उसकी दो साल की मेहनत पर पानी भी फिर जाता है. यदि 3 टेस्ट की सीरीज होती है, तो उसे बाकी दो मैचों में वापसी का पूरा मौका मिलता है.
रोहित भी बोले- 3 मैच का हो WTC फाइनल
हार के बाद रोहित ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीन मैच का WTC Final कराने की बात कही. उन्होंने इस सवाल पर कहा, 'मुझे यह बहुत पसंद आएगा. लेकिन क्या इसके लिए वक्त है? बड़ा सवाल यही है. लेकिन ईमानदारी से कहूं तो ऐसे बड़े इवेंट में आपको दोनों टीम्स को बराबर मौके देने होंगे. तीन मैच की सीरीज़ अच्छी होगी, लेकिन इसके लिए विंडो भी देखनी होगी कि ये कहां फिट हो सकती है. लेकिन मुझे ये काफी पसंद आएगी.'
रोहित ने कहा, 'ऐसे इवेंट में आप दो साल कड़ी मेहनत करते हैं और फिर आपको बस एक मौका मिलता है. इसलिए आप उस मोमेंटम में नहीं जा सकते जो टेस्ट क्रिकेट में जरूरी है. देखिए, टेस्ट क्रिकेट बस रिदम और मोमेंटम पाने की बात है. इसलिए, मैं सोचता हूं कि अगर अगली साइकल में संभव हो सके तो तीन मैच की सीरीज़ आइडल होगी.'
पैट कमिंस नहीं मानते 3 मैचों का WTC फाइनल हो
हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस समेत कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जो WTC में एक ही फाइनल मैच कराने की तरफदारी करते दिख रहे हैं. WTC फाइनल में जीत के बाद कमिंस ने इसी सवाल पर कहा, 'मैं सोचता हूं कि ठीक ही बात है. कोई हिचक नहीं. मैं सोचता हूं कि आइडली आप 50 मैच की सीरीज़ भी करा सकते हैं लेकिन ओलंपिक्स में सिर्फ एक रेस में गोल्ड मेडल मिलता है. तमाम गेम्स के सीजंस का एक ही फाइनल होता है. यही खेल है.'
इंग्लैंड में ही क्यों होता है फाइनल? रोहित ने कही ये बात
साथ ही आलोचना इस बात की भी हो रही है कि आखिर यह खिताबी मुकाबला इंग्लैंड में ही क्यों कराया जाता है? WTC फाइनल में हार के बाद यही सवाल जब रोहित से पूछा गया तो उन्होंने भी सटीक जवाब दिया. रोहित ने कहा, 'साल में केवल जून ही ऐसा महीना नहीं है जब WTC फाइनल खेला जा सकता है. इसे फरवरी, मार्च में भी खेला जा सकता है. WTC फाइनल सिर्फ इंग्लैंड में ही नहीं, बल्कि दुनिया में कहीं भी खेला जा सकता है.'
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