'कोहली-रोहित के बिना 2027 वर्ल्ड कप नहीं जीत सकते...', इस भारतीय दिग्गज ने चयनकर्ताओं को दी नसीहत

विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ रांची में अपने वनडे इंटरनेशनल करियर का 52वां शतक लगाया. कोहली ने रोहित शर्मा के साथ शानदार पार्टनरशिप की और भारत की जीत का आधार तैयार किया.

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रांची वनडे में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया. (Photo: AFP) रांची वनडे में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया. (Photo: AFP)

aajtak.in

  • रांची,
  • 01 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:48 PM IST

भारतीय टीम के पूर्व कप्तानों विराट कोहली और रोहित शर्मा के ओडीआई फ्यचूर को लेकर हालिया समय में काफी अटकलें लगी हैं. दोनों टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, ऐसे में कई क्रिकेट विशेषज्ञ यह सवाल उठा रहे थे कि क्या कोहली और रोहित 2027 के वनडे वर्ल्ड कप तक खेल पाएंगे. तब तक कोहली की उम्र करीब 39 साल जाएगी. वहीं रोहित शर्मा तब तक 40 साल से ज्यादा के हो जाएंगे.

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अब रांची वनडे में दोनों की शानदार बल्लेबाजी ने यह बहस खत्म कर दी है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ रांची वनडे में विराट कोहली ने शानदार 135 रन बनाए. वहीं रोहित शर्मा के बल्ले से 57 रन निकले. रोहित-कोहली ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 136 रनों की पार्टनरशिप की, जिसके दम पर भारत ने 349 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया. भारत ने इस मैच को 17 रनों से जीता और सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली.

इस एक साझेदारी ने दिखा दिया कि रोहित-कोहली (RoKo) अभी भी पहले जैसे ही खतरनाक हैं. अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और पूर्व चीफ सेलेक्टर कृष्णमाचारी श्रीकांत ने इन दोनों स्टार बल्लेबाजों की जमक तारीफ की है. श्रीकांत का कहना है कि 2027 का वनडे वर्ल्ड कप रोहित और कोहली के बिना भारतीय टीम जीत ही नहीं सकती. 

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'दोनों के बिना प्लान बनाना बेकार...'
कृष्णमाचारी श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'रोहित और कोहली अलग ही लेवल पर खेल रहे हैं. क्रिकेट के इस दौर में इतने कठिन मैच खेलना आसान नहीं है. लेकिन वे दोनों सिर्फ एक फॉर्मेट खेलकर भी अपनी फिटनेस और मानसिकता बेहतरीन बनाए हुए हैं. इन दोनों के बिना प्लान बनाना बेकार है. 2027 वर्ल्ड कप जीतना है तो रोहित और विराट टीम में होने ही चाहिए.'

1983 विश्व कप विजेता टीम के हिस्सा रहे श्रीकांत ने आगे कहा, 'अगर रोहित और कोहली 20 ओवर साथ खेलते हैं, तो विपक्षी टीम मानसिक रूप से ढह जाती है. रांची में भी यही हुआ. साउथ अफ्रीका अफ्रीका मैच से बाहर हो गया क्योंकि ये दोनों शुरुआत में ही मुकाबला अपनी टीम के पक्ष में झुका चुके थे.'

दबाव में कैसे खेलना हैं, ये सिर्फ दिग्गज खिलाड़ी ही जानते हैं. फिटनेस और उम्र बढ़ने के बावजूद कोहली-रोहित किसी भी युवा खिलाड़ी जितने फिट नजर आ रहे हैं. टॉप ऑर्डर में इनकी मौजूदगी बाकी खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देती है. साथ ही दोनों के अंदर बड़े टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है.'

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