'इससे फर्क नहीं पड़ता कि वैभव सूर्यवंशी की उम्र 14, 12 या 20 साल है, मेरा मानना है कि गेंदबाजों को उसे चुनौतीपूर्ण गेंदों से परखना चाहिए, ताकि उसकी 'असली परीक्षा' हो सके.'
ये बात भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने वैभव सूर्यवंशी के लिए कही. रवि ने वहीं स्वीकार किया कि वह इस बात से हैरान हैं कि सूर्यवंशी ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत कैसे की.
आईसीसी के हवाले से रवि शास्त्री ने कहा- मुझे लगता है कि उन्होंने (लखनऊ के खिलाफ) जो पहला शॉट खेला, उसने सभी की सांसें रोक दी होंगी. वह युवा है, उसे खेलने दीजिए.
मैं कहूंगा कि उसे थोड़ा खेलने दीजिए, क्योंकि इस उम्र में असफलताएं आना तय है. असफलताओं से निपटने का तरीका भी उसी पर निर्भर करता है, क्योंकि लोग नई चीजें लेकर आते हैं.
शास्त्री ने यह भी सुझाव दिया कि गेंदबाज भविष्य में सूर्यवंशी को कुछ शॉर्ट पिच गेंदों के साथ निशाना बनाएं, और असली परीक्षा इस बात पर होगी कि वह किस तरह से रेस्पॉन्स करते हैं.
उन्होंने कहा- अगली बार जब वह बल्लेबाजी के लिए आएगा तो उस पर कई शॉर्ट गेंदें फेंकी जाएंगी, क्योंकि जब आप किसी की पहली गेंद पर छक्का लगाते हैं तो आप कोई दया नहीं दिखाते. फिर आपको इस बात की परवाह नहीं रहती कि वह 14 साल का है या 12 साल का या 20 साल का. मेनू वही है जो आप परोसते हैं. इसलिए, उसे इसकी आदत डालनी होगी और एक बार जब हम उसे इसे संभालते हुए देखेंगे, तो आप उचित निर्णय ले पाएंगे.
वैभव ने खेली शानदार पारी
वैभव सूर्यवंशी गुजरात टाइटन्स के खिलाफ महज 35 गेंदों में शतक जड़कर आईपीएल में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए. सोमवार (28 अप्रैल) को उनके जादुई शतक के दम पर राजस्थान रॉयल्स ने जीत के लिए 210 रनों का लक्ष्य 25 गेंदें बाकी रहते हासिल कर लिया.आईपीएल के इतिहास का यह दूसरा सबसे तेज शतक है.
वह पुरुष टी20 क्रिकेट में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने. वह 38 गेंदों में 101 रन बनाकर आउट हुए आईपीएल में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के नाम है, जिन्होंने अप्रैल 2013 में पुणे वॉरियर्स के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिए 30 गेंदों में शतक जमाया था.
aajtak.in