क्रिकेट के सालों पुराने इतिहास में अबतक ढेरों रिकॉर्ड्स बन चुके हैं. 126 साल पहले आज ही के दिन (22 अगस्त) भारतीय दिग्गज कुमार श्री रणजीत सिंहजी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ऐसा रिकॉर्ड बनाया था जिसे आजतक कोई भी क्रिकेटर तोड़ नहीं पाया है. दरअसल, रणजीत सिंहजी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक ही दिन में दो बार शतक लगाने का कारनामा किया था.
ससेक्स के लिए बनाया था यह कीर्तिमान
1896 में रणजीत सिंहजी ने इंग्लैंड के शहर होव में ससेक्स के लिए खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की थी. उस मुकाबले में यॉर्कशायर ने पहली पारी में 407 रन बनाए. जवाब में ससेक्स की टीम तीसरे दिन रंजीत सिंहजी के शतक (100 रन) के बावजूद अपनी पहली पारी में 191 रन पर सिमट गई और उसे फॉलोऑन का सामना करना पड़ा. इसके बाद रणजीत सिंहजी ने खेल के तीसरे ही दिन फिर से नाबाद 125 रन की पारी खेली और एक दिन में अपना दूसरा शतक जड़ दिया. रंजीत सिंहजी के शतक की बदौलत ससेक्स ने दो विकेट पर 260 रन बनाकर मैच ड्रॉ करवा लिया था.
कोई नहीं तोड़ पाया है यह रिकॉर्ड
रजीत सिंहजी के बाद से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में किसी बल्लेबाज ने एक दिन में दो शतक नहीं लगाए. हालांकि वेस्ट ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलते हुए मैथ्यू एलियट ने 31 दिसंबर 1995 को 104 रन बनाए और उसके बाद फॉलोऑन इनिंग्स में 135 रन बनाए. लेकिन एलियट ने पहली पारी में बनाए गए रनों में से 98 रन 30 दिसंबर को ही बना लिए थे. इसके चलते इलियट की तुलना रणजीत सिंहजी के रिकॉर्ड से नहीं की जा सकती है.
स्पेन के बल्लेबाज तारिक अली अवान ने यूरोपियन चैम्पियनशिप के डिवीजन-2 में 4 सितंबर 2012 को दो शतक लगाए थे. पहले तारिक ने एस्टोनिया के खिलाफ 66 गेंदों में नाबाद 150 रनों की पारी खेली. फिर उसी दिन पुर्तगाल के खिलाफ सेमीफाइनल में 148 रन बनाए. तारिक अली अवान ने टी20 क्रिकेट में ये दोनों शतक बनाए थे और वह भी अलग-अलग टीमों के खिलाफ, ऐसे में इन शतकों का फर्स्ट क्लास से कोई लेना-देना नहीं है.
इंग्लैंड के लिए खेले सभी 15 मुकाबले
गुजरात के काठियावाड़ में जन्मे रणजीत सिंहजी कभी भी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए. लेकिन वह इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले जरूर पहले भारतीय थे. रणजीत सिंहजी (1896-1902) ने इंग्लैंड के लिए कुल 15 टेस्ट मैचों में भाग लिया और ये सभी मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ थे. इस दौरान उन्होंने 44.95 की औसत से 989 टेस्ट रन बनाए, जिसमें दो शतक शामिल रहे.
1933 में हुआ रणजीत सिंहजी का निधन
पहला शतक (नाबाद 154 रन) रणजीत सिंहजी ने जुलाई 1896 में टेस्ट डेब्यू पर बनाया था. फिर अगले साल उन्होंने सिडनी में 175 रनों की पारी खेल डाली थी. साल 1915 में शिकार के दौरान रणजीत सिंहजी घायल हो गए थे और उनकी दाईं आंख की रोशनी चली गई थी. 60 साल की उम्र में 2 अप्रैल 1933 को जामनगर पैलेस में उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली. भारत का प्रतिष्ठित प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी उन्हीं के नाम पर है.
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