19 साल के सिद्धार्थ ने 72 घंटे बल्लेबाजी की, गिनीज बुक में दर्ज होगा ये वर्ल्ड रिकॉर्ड!

मुंबई के युवा प्लेयर का नाम सिद्धार्थ मोहिते ने 72 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार नेट प्रैक्टिस पर बल्लेबाजी कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम दर्ज करने की तैयारी...

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Siddharth Mohite (Twitter) Siddharth Mohite (Twitter)

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 02 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 8:38 AM IST
  • सिद्धार्थ मोहिते ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
  • लगातार 72 घंटे और 5 मिनट बल्लेबाजी की

क्रिकेट की पिच पर टिके रहना एक बल्लेबाज के लिए बड़ी बात है. ऐसे में गेंदों का लगातार सामना करते हुए कीर्तिमान बन जाए, तो फिर क्या कहने. ऐसा ही एक टैलेंट मुंबई से निकलकर सामने आया है. यहां 19 साल के एक क्रिकेटर ने रिकॉर्ड कायम कर दिया है. इस उदीयमान प्लेयर का नाम सिद्धार्थ मोहिते है. 72 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार नेट प्रैक्टिस कर इस बल्लेबाज ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सिद्धार्थ मोहिते का नाम दर्ज करने की तैयारी चल रही है.

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यशस्वी के कोच ने की मदद

दरअसल, सिद्धार्थ ने 72 घंटे और 5 मिनट तक नेट में बल्लेबाजी की प्रैक्टिस की है. इस मामले में उन्होंने भारत के ही विराग माने का रिकॉर्ड तोड़ा है. विराग ने 2015 में लगातार 50 घंटे तक बल्लेबाजी की थी. इस रिकॉर्ड को बनाने में सिद्धार्थ की मदद कोच और मेंटर ज्वाला सिंह ने की है. वह युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के भी कोच हैं. सिद्धार्थ के इस रिकॉर्ड का वीडियो भी बनाया गया है, जो अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जमा किया जाएगा.

सिद्धार्थ ने यह रिकॉर्ड पिछले हफ्ते ही बनाया है. वह हर एक घंटे की प्रैक्टिस के बाद 5 मिनट का ब्रेक लिया करते थे. क्रिकेट में बैटर्स के लिए यह नियम भी है कि प्लेयर बैटिंग के दौरान हर एक घंटे के बाद 5 मिनट का ब्रेक ले सकता है.

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सभी ने मना किया, ज्वाला सिंह ने सपोर्ट किया

सिद्धार्थ ने मीडिया से कहा, 'मैंने जो कोशिश की, उसमें सफल रहा हूं. इससे बेहद खुश हूं. मुझे यही एक तरीका भी लगा, जिससे मैं लोगों को दिखा सकूं कि मैं कुछ अलग हटकर हूं. कोरोना के कारण मैंने क्रिकेट में दो कीमती साल गंवा दिए हैं. यह मेरे लिए बड़ा नुकसान है. तभी मेरे मन में यह अलग हटकर करने का प्लान आया. इसके लिए मैंने कई एकेडमी और कोच से संपर्क भी किया. सभी ने मेरे लिए इससे मना कर दिया था, लेकिन ज्वाला सिंह सर ने सपोर्ट किया और कहा कि क्यों नहीं कर सकते? उन्होंने मुझे हर जरूरी चीज भी उपलब्ध कराई.

 

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