भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे मोहाली टेस्ट के दूसरे दिन काफी ड्रामा हुआ. टीम इंडिया ने 574 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया, जिसके बाद श्रीलंका टीम की बैटिंग आई. भारतीय टीम के उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह जब बॉलिंग कर रहे थे, तब उन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाज पैथुम निसांका को क्लीन बोल्ड किया लेकिन ये नो-बॉल निकली.
दरअसल, श्रीलंकाई पारी के 32वें ओवर में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने जब अपनी तीसरी बॉल डाली तो वो एक जादुई डिलीवरी थी. हल्की-सी धीमी बॉल जो सीधा स्टम्प्स में जा घुसी. जैसे ही टीम इंडिया ने जश्न मनाना शुरू किया, तभी सायरन बज गया.
फील्ड अंपायर ने इसे मिस किया था, लेकिन तुरंत थर्ड अंपायर ने नो-बॉल (No-Ball) का सायरन बजा दिया. इसी वजह से निसांका को जीवनदान मिल गया. जब नो-बॉल आई, तब खुद उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह अपनी इस गलती पर पछता रहे थे. साथ ही ड्रेसिंग रूम में बैठे कोच राहुल द्रविड़ भी नो-बॉल होते ही झल्ला उठे.
आपको बता दें कि इस पारी में भारतीय टीम (Team India) की ओर से कई नो-बॉल की गई हैं. श्रीलंकाई पारी के 32वें ओवर तक ही टीम इंडिया सात नो-बॉल डाल चुकी थीं. भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी ने एक-एक नो बॉल डाली. जबकि जयंत यादव ने दो और रवींद्र जडेजा ने तीन नो-बॉल डाली.
जसप्रीत बुमराह को इसके कुछ ही देर बाद उनका पहला विकेट मिल गया था. बुमराह ने श्रीलंका के सीनियर बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज़ को LBW किया, जिसके बाद उन्होंने रिव्यू लिया. लेकिन थर्ड अंपायर ने भी फील्ड अंपायर का फैसला सही माना और मैथ्यूज़ आउट हुए.
टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी को 574 रनों के स्कोर पर घोषित किया. भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी ली थी, भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने 175 रनों की पारी खेली. ऋषभ पंत ने भी 96 रनों की तूफानी पारी खेली.
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