IND vs ENG 5th Test, Dharamshala: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया. इस मुकाबले में भारत ने पारी और 64 रनों से जीत हासिल करके पांच मैचों की सीरीज पर 4-1 से कब्जा जमा लिया. इस मुकाबले में इंग्लैंड की पहली पारी महज 218 रनों पर सिमट गई थी. फिर भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 477 रन बनाए. यानी पहली पारी के आधार पर भारत को 259 रनों की लीड मिली. इसके बाद इंग्लैंड की दूसरी पारी 195 रनों पर सिमट गई.
कुलदीप ने बल्ले से किया कमाल
भारतीय टीम के लिए पहली पारी में रोहित शर्मा (103) और शुभमन गिल (110) ने शतकीय पारियां खेलीं. वहीं यशस्वी जायसवाल (57), सरफराज खान (56) और देवदत्त पडिक्कल (65) ने भी अर्धशतक जड़े. इसके अलावा कुलदीप यादव ने भी 69 गेंदों पर 30 रनों की उपयोगी पारी खेली. कुलदीप ने जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर नौवें विकेट के 49 रन जोड़े. इस साझेदारी के चलते भारतीय टीम 250 से ज्यादा रनों की लीड लेने में कामयाब रही.
कुलदीप यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में गेंदबाजी के साथ-साथ अपनी बल्लेबाजी से सुर्खियां बटोरीं. कुलदीप ने इस सीरीज में छह पारियों को मिलाकर कुल 362 गेंदें खेलीं. इस दौरान उन्होंने 97 रन बनाए. देखा जाए तो कुलदीप की बैटिंग के सामने बेन स्टोक्स और जॉनी बेयस्टो जैसे इंग्लिश बल्लेबाज फीके नजर आए. चौंकाने वाली बात यह रही कि बेयरस्टो ने कुलदीप की तुलना में कम गेंदें खेलीं. वहीं स्टोक्स भी कुलदीप से दस गेंद ज्यादा ही खेल पाए. हालांकि कुलदीप ने दोनों ही खिलाड़ियों की तुलना में कम पारियां खेलीं.
इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने इस सीरीज में 10 पारियों को मिलाकर कुल 367 गेंदें खेलीं. वहीं जॉनी बेयरस्टो ने 10 पारियों में 290 गेंदों का सामना किया. इससे साफ पता चलता है कि कुलदीप ने जहां आसानी से विकेट नहीं गंवाया. वहीं बेयस्टो-स्टोक्स ने क्रीज पर टिकने की हिम्मत नहीं दिखाई. बेयरस्टो-स्टोक्स ने भले ही कुलदीप की तुलना में ज्यादा रन बनाए, लेकिन क्रीज पर टिकने की कला उन्हें इस भारतीय खिलाड़ी से सीखनी चाहिए थी.
रांची टेस्ट में भी बल्ले से चमके थे कुलदीप
कुलदीप यादव मूलत: गेंदबाज हैं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और पूरी सीरीज में डटकर अंग्रेज गेंदबाजों का सामना किया. रांची टेस्ट में भारत की पहली पारी में कुलदीप ने 131 गेंदों पर 28 रन बनाए थे. कुलदीप ने तब ध्रुव जुरेल के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 76 रनों की पार्टनरशिप की थी, जो मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई थी. कुलदीप ने पहली बार किसी टेस्ट पारी में इतनी गेंदें खेलीं थी. गेंदबाजी की बात करें तो कुलदीप ने आठ पारियों में 19 विकेट लिए.
धर्मशाल टेस्ट में भारतीय टीम की प्लेइंग-11: यशस्वी जयसवाल, रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, देवदत्त पडिकक्ल, सरफराज खान, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह.
धर्मशाल टेस्ट के लिए इंग्लैंड की प्लेइंग-11: जैक क्राउली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स (कप्तान), बेन फोक्स (विकेटकीपर), टॉम हार्टले, मार्क वुड, जेम्स एंडरसन, शोएब बशीर.
भारत Vs इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का नतीजा
1st टेस्ट: 25-29 जनवरी, हैदराबाद (इंग्लैंड 28 रनों से जीता)
2nd टेस्ट: 2-6 फरवरी, विशाखापत्तनम (भारत 106 रनों से जीता)
3rd टेस्ट: 15-19 फरवरी, राजकोट (भारत 434 रनों से जीता)
4th टेस्ट: 23-27 फरवरी, रांची (भारत 5 विकेट से जीता)
5th टेस्ट: 7-11 मार्च, धर्मशाला (भारत पारी और 64 रनों से जीता)
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