महिलाओं का एकमात्र ऐतिहासिक एशेज टेस्ट मैच 27 जनवरी से केनबरा में खेला गया. मैच काफी रोमांचक रहा. 4 दिवसीय टेस्ट के आखिरी दिन रविवार (30 जनवरी) को यह मैच रोमांचक तरीके से ड्रॉ हुआ. आखिरी दिन इंग्लैंड टीम को 12 बॉल पर जीत के लिए 13 रन चाहिए थे. जबकि ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ एक विकेट की दरकार थी.
मैच की आखिरी बॉल पर इंग्लैंड को नामुमकिन 12 रन चाहिए थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ एक ही विकेट चाहिए था. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मेग लेनिंग ने सारे फील्डर बल्लेबाज के करीब लगा दिए, लेकिन स्ट्राइक पर मौजूद कैट क्रॉस ने आखिरी बॉल डिफेंड करते हुए मैच ड्रॉ करा दिया.
ऑस्ट्रेलिया ने दोनों पारी घोषित की
दरअसल, मैच में टॉस हारकर मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 9 विकेट पर 337 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. जवाब में इंग्लैंड टीम 297 रन पर सिमट गई. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट पर 216 रन बनाकर पारी घोषित करते हुए 257 रन का टारगेट सेट किया. जवाब में मैच खत्म होने तक इंग्लैंड टीम 9 विकेट पर 245 रन ही बना सकी और मैच ड्रॉ हो गया.
आखिरी तीन ओवर में इस तरह पलटा मैच
आखिरी दिन इंग्लैंड टीम को जीत के लिए 18 बॉल पर 17 रन की जरूरत थी. यहां से लग रहा था कि टीम यह मैच जीत लेगी, क्योंकि उसके पास तीन विकेट बाकी थी. यहां से लेग स्पिनर अलाना किंग (Alana King) ने एक ओवर में दो विकेट लेकर इंग्लैंड टीम को बैकफुट पर धकेल दिया. अब इंग्लिश टीम को 12 बॉल पर जीत के लिए 13 रन चाहिए थे और उसके पास एक ही विकेट बाकी था.
यहां से पाशा उलटा पड़ गया और ऑस्ट्रेलिया भारी नजर आने लगा. तेज गेंदबाज Annabel Sutherland ने अपने ओवर में सिर्फ एक रन दिया. वहीं, इंग्लिश बल्लेबाज कैट क्रॉस ने मोर्चा संभाला और आखिरी 12 बॉल उन्होंने ही खेलीं. इसमें उन्होंने सिर्फ एक रन बनाया, लेकिन मैच ड्रॉ कराकर ही दम लिया. सोफी एक्लेस्टोन नॉन स्ट्राइक पर खड़ी रहीं.
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