यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की वजह से पुतिन नाराज हुए और इस विवाद ने चार वर्षों में जंग का रूप ले लिया। इस दौरान यूक्रेन ने अपनी जमीन और संसाधन गंवा दिए और उसके शहर खंडर बन गए। नाटो, जिसकी स्थापना 1949 में अमेरिका समेत ग्यारह देशों ने की थी, प्रमुख रूप से पुतिन की ताकत से भारी नजर आता है।