शादी के नाम पर फिजूलखर्ची और दिखावे से तंग समाज को गायत्री परिवार ने सादगी का नया रास्ता दिखाया है. संस्कारित विवाह अभियान में वैदिक मंत्रों अग्नि साक्षी और सात फेरों से विवाह संपन्न होगा. यहां न डीजे, न बैंड-बाजा, न भव्य सजावट और न बारात-भोज की इजाजत है. सिर्फ 15 से 20 मेहमान, दो वरमालाएं और एक डिब्बा मिठाई.