नेपाल में इंडियन मीडिया के लिए समय चुनौतीपूर्ण था लेकिन इंडिया टुडे ग्रुप की टीम का सदस्य जो आंदोलनकारी के बीच में था, उसने अपने अनुभव साझा किए. संघर्ष के दिनों में कई किलोमीटर तक आंदोलन के दौरान रिपोर्टर्स की बहादुरी दिखी. एक दिन उन्हें काठमांडू की एक संकरी गली में स्थित पुराने और विशिष्ट संरचना वाले मंदिर में बुलाया गया, जहां ड्राइवर ने सुरक्षा को लेकर कदम उठाए.