कोरोना से लड़ाई के लिए चीन एक अजीबोगरीब योजना बना रहा है. चीन की सर्वोच्च स्वास्थ्य संस्था का कहना है कि वो दो कोरोना वैक्सीन को मिलाकर एक वैक्सीन बनाने की सोच रहा है. इससे कोरोना से बचाव में बेहतर परिणाम मिलेंगे साथ ही कोविड-19 वैक्सीन का प्रभाव भी बढ़ेगा. इसके साथ ही नई वैक्सीन जो तैयार होगी उसके स्टोरेज के लिए बहुत कम तापमान की जरूरत भी नहीं होगी. (फोटोः रॉयटर्स)
चीन के सेंटर्स फॉर डिजीस कंट्रोल और प्रिवेंशन के डायरेक्टर गाओ फू (Gao Fu) ने कहा कि लोगों को अलग-अलग वैक्सीन के डोज देकर कोरोना से बचाने का एक तरीका हो सकता है. लेकिन हमारा मानना है कि हम चीन की वैक्सीन और विदेशी वैक्सीन या अपनी ही दो वैक्सीन को मिलाकर अगर एक नई वैक्सीन बनाए तो उससे बेहतर परिणाम मिल सकते हैं. (फोटोः गेटी)
गाओ फू ने कहा कि हम अलग-अलग प्रकार की वैक्सीन को आपस में मिलाकर परीक्षण करने की योजना पर काम कर रहे हैं. गाओ चेंगदू शहर में एक कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. गाओ ने कहा कि हम चाहते हैं कि वैक्सीन की प्रक्रिया को और सरल-सहज बनाएं. ताकि ज्यादा डोज की जरूरत न हो. अगर दो डोज की जरूरत होती भी है तो वह निश्चित समय पर दी जाए. इससे वैक्सीन की प्रभावशीलता बढ़ेगी. (फोटोः एपी)
चीन के साइनोवैक बायोटेक द्वारा विकसित दो वैक्सीन जिनकी दो डोज तीन हफ्ते के अंतराल पर कोरोना मरीजों को दिया गया. उनमें सिर्फ 49.1 फीसदी ही एफिकेसी थी. यानी कोरोना से बचाने की क्षमता वैश्विक स्तर पर तय मानक 50 फीसदी से भी कम. ये मानक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तय किया है. (फोटोः एपी)
हालांकि, कुछ छोटे समूहों पर किए अध्ययन में साइनोवैक की वैक्सीन का प्रभाव 62.3 फीसदी दर्ज किया गया था. अगर दोनों वैक्सीन की बात करें तो कोरोना से बचाने में इनकी औसत क्षमता 50 फीसदी से थोड़ी ही ज्यादा थी. चीन ने अपने देश में चार घरेलू वैक्सीन विकसित की हैं. ये चारों चीन में उपयोग हो रही हैं. इसके अलावा पांचवीं वैक्सीन का उपयोग इमरजेंसी के लिए रखा गया है. (फोटोः गेटी)
शनिवार को एक चीनी अधिकारी ने कहा था कि इस साल के अंत तक चीन में कोरोना वैक्सीन के 300 करोड़ डोज का उत्पादन होगा. चीन की दूसरी कंपनी साइनोफार्म ने अपनी वैक्सीन की क्षमता की डिटेल रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है. लेकिन उसने दावा किया है कि उसकी दोनों वैक्सीन की क्षमता क्रमशः 79.4 फीसदी और 72.5 फीसदी है. (फोटोः गेटी)
चीन ने अपनी वैक्सीन के करोड़ों डोज दूसरे देशों में भी भेजे हैं. चीन की वैक्सीन के रखरखाव, क्षमता और परिवहन को लेकर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मीडिया ने काफी सवाल खड़े किए थे. चीन की सरकारी मीडिया कंपनी ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को गाओ फू के हवाले से कहा था कि वैश्विक स्तर पर वैक्सीन प्रोटेक्शन रेट का डेटा ऊंचा-नीचा है. (फोटोः रॉयटर्स)
गाओ फू ने कहा कि किसी भी वैक्सीन की क्षमता को कैसे बढ़ाया जाए, ये एक वैश्विक समस्या है. इसके लिए दुनिया भर के वैज्ञानिकों को एकसाथ आना होगा. ताकि वो कई प्रकार की वैक्सीन को मिलाकर एक शानदार वैक्सीन बना सकें. इंसानों की प्रतिरोधक क्षमता को कोरोना के खिलाफ और मजबूत कर सकें. (फोटोः रॉयटर्स)