पौराणिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण धरती के वातावरण को अशांत और दूषित करता है. आध्यात्मिक स्तर पर भी ग्रहण एक विशेष घटना है. उस समय वातावरण में रज-तम बढ़ जाता है, जिसका मानव पर हानिकारक प्रभाव होता है. आइए जानत हैं सूर्य ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए राशि अनुसार क्या उपाय करें.
मेष- मेष राशि के लोग सूर्य ग्रहण के समापन के बाद शिव मंदिर में घी के दीपक जलाएं. ऊं सदाशिवाय नम का जाप करें और शिव स्रोत का पाठ करें.
वृषभ- इस राशि के लोग ग्रहण के बाद साबुत मूंग मंदिर में दान करें. ऊं लक्ष्मीकांताय नम: का जाप करें. गंगाजल से स्नान करें.
मिथुन- मिथुन राशि के लोग गणपति को वस्त्र भेंट करें. ऊं गणपताय नम: का जाप करें.
कर्क- कर्क राशि के लोग ग्रहण खत्म होने के बाद देवी मंदिर में काले चने अर्पित करें. सुहाग की वस्तुएं मां को चढ़ाएं. श्री सर्वसंपदप्रदाय नम: का जाप करें.
सिंह- सिंह राशि के लोग ग्रहण खत्म होने के बाद शिव मंदिर में तेल के 9 दीपक जलाएं. ऊं वामदेवाय नम: का जाप करें.
कन्या- इस राशि के लोग सूर्य ग्रहण के बाद लक्ष्मी नारायण मंदिर में दूध चढ़ाएं साथ ही ऊं नारायण नम: का जाप करें.
तुला- तुला राशि के लोग संतोषी माता को वस्त्र अर्पित करें और ऊं इंद्राक्षी नम: का जाप करें.
वृश्चिक- इस राशि के लोग सूर्य ग्रहण के बाद कार्तिकेय भगवान के मंदिर में मोरपंख या लाल झंडा भेंट दें और ऊं सर्वणभवाय नम: का जाप करें.
मकर- सूर्य ग्रहण समापन के बाद कालभैरव मंदिर में तिल का तेल चढ़ाएं. ऊं कालभैरवाय नम का जाप करें.
कुंभ- राम मंदिर में 5 फल चढ़ाएं. ऊं श्री राम जय राम जय जय राम का जाप करें.
मीन- मीन राशि के लोग कृष्ण मंदिर में मुकुट या बांसुरी दान दें. ऊं माधवोमधु नम का जाप करें. पक्षियों को दाना खिलाएं.