हम सभी चाहते हैं कि हमारे घर में धन, समृद्धि और खुशहाली हमेशा बनी रहे. लेकिन कभी-कभी लाख कोशिशों के बाद भी पैसा टिकता नहीं है, अनचाहे खर्चे बढ़ जाते हैं, या आर्थिक परेशानियां घेर लेती हैं. ऐसे में सिर्फ मेहनत ही नहीं, बल्कि घर की ऊर्जा और वातावरण का संतुलन भी बहुत जरूरी होता है. वास्तुशास्त्र के अनुसार, जब घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सही दिशा में होता है, तो मां लक्ष्मी की कृपा अपने आप बरसती है. कभी-कभी कुछ छोटे-छोटे उपाय आपकी आर्थिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं.
अगर आप चाहते हैं कि घर में धन-धान्य की कभी कमी न हो, खर्चे नियंत्रित रहें और मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहे, तो कुछ आसान से वास्तु टिप्स को जरूर अपनाएं. ये उपाय न केवल आपके घर का वातावरण पवित्र बनाएंगे, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा को भी आकर्षित करेंगे और आपकी आर्थिक स्थिति को स्थिर और मजबूत बनाएंगे.
महीने की पहली तारीख को करें ये उपाय
अगर आपकी आमदनी से ज्यादा खर्च हो रहा है, तो हर महीने की पहली तारीख को मां लक्ष्मी को एक रुपये का सिक्का अर्पित करें. पूजा के बाद उस सिक्के को आटे के डिब्बे में रख दें. इससे फिजूलखर्ची कम होती है और घर में समृद्धि बनी रहती है.
फिजूल खर्च रोकने का आसान उपाय
अगर पैसा बिना वजह खर्च हो जाता है या बचत नहीं हो पा रही, तो अपने पर्स में 7 लौंग के दाने रख लें. शास्त्रों में लौंग को मंगल और शनि को शांत करने वाला माना गया है. यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और धन को टिकने में मदद करता है.
अचानक धन लाभ के लिए करें ये उपाय
अगर आप चाहते हैं कि अचानक धन लाभ हो या रुका हुआ पैसा वापस मिले, तो शुक्रवार के दिन मां दुर्गा को गुड़हल के फूलों की माला अर्पित करें. गुड़हल मां दुर्गा का प्रिय फूल है और इसे अर्पित करने से धन संबंधी रुकावटें दूर होती हैं.
रुका हुआ पैसा वापस पाने का उपाय
अगर आपका पैसा किसी के पास अटका हुआ है या लंबे समय से वापस नहीं मिल रहा, तो रोज सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करें और जल के साथ गुड़हल का फूल भी अर्पित करें. यह उपाय सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय करता है और धन-वापसी में मदद करता है.
प्रमोशन और व्यापार वृद्धि के लिए
अगर आप नौकरी में प्रमोशन या व्यवसाय में वृद्धि चाहते हैं, तो रोजाना संध्या के समय पूजा के दौरान कपूर जलाएं. कपूर नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है और वातावरण में सकारात्मकता भरता है, जिससे सफलता के अवसर बढ़ते हैं.
aajtak.in