साल 2026 का मूलांक 1 है, जो कि सूर्य का अंक है. इसलिए अंक ज्योतिष शास्त्र के जानकार इसे सूर्य का वर्ष मान रहे है. सूर्य रिश्तों के लिए अच्छा ग्रह नहीं माना जाता है. यह रिश्तों में समस्या और अलगाव जैसी स्थितियां बनाता है. इस वर्ष बृहस्पति भी परिवर्तन की स्थिति में रहेंगे. बृहस्पति तीन बार चाल बदलेंगे. इस वर्ष विवाह के निर्णय और विवाह करने के समय पर विशेष ध्यान देना होगा. आइए जानते हैं कि रिश्ते-नाते और संतान के लिहाज से वर्ष 2026 सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा.
मेष- रिश्तों के मामले में इस वर्ष समस्या रह सकती है. नजदीकी रिश्तों में टूटन आ सकती है. विवाह और संतान के मामलों में भी विलम्ब दिखाई दे रहा है. इस वर्ष विवाह के मामले में सोच समझकर निर्णय लें पूरे वर्ष शुक्र के मंत्रों का जप करें.
वृष- इस वर्ष रिश्तों में धीरे धीरे सुधार होगा. पुराने रिश्तों के ठीक होने और जुड़ने के योग है. विवाह और संतान के उत्तम योग इस वर्ष बन रहे हैं. संतान और जीवनसाथी का अच्छा सहयोग प्राप्त होगा. पूरे वर्ष हनुमान जी की उपासना करें.
मिथुन- रिश्तों के मामले में वर्ष मध्यम फलदायी होगा. आपके स्वभाव और क्रोध की वजह से रिश्ते टूट सकते हैं. वैवाहिक जीवन तथा जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान देना होगा. वर्ष के अंत में विवाह के लिए प्रयास कर सकते हैं. माता लक्ष्मी की उपासना लाभकारी रहेगी.
कर्क- इस वर्ष रिश्तों में उतार चढ़ाव रहेगा. वैवाहिक जीवन और रिश्तों में समस्या हो सकती है. हालांकि विवाह होने की संभावना भी बनती है. इस वर्ष संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर सकते हैं. पूरे वर्ष बृहस्पति देव की उपासना करें.
सिंह- पारिवारिक रिश्तों में बिखराव की समस्या हो सकती है. आपको वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए. इस वर्ष वैवाहिक जीवन और भाई बहन के रिश्तों में समस्या हो सकती है. वर्ष के अंत तक विवाह और संतान के योग बन सकते हैं. नियमित रूप से शनि मंत्र के जप से लाभ होगा.
कन्या- रिश्तों के मामलों के लिए यह वर्ष अच्छा रहेगा, प्रेम संबंधों की शुरुआत होगी जो मधुरता के साथ चलेंगे. टूटे हुए रिश्तों के बेहतर होने के योग बनते हैं. इस वर्ष परिवार में किसी बड़े बुजुर्ग का विछोह हो सकता है. पूरे वर्ष सूर्य देव को हल्दी मिला हुआ जल अर्पित करें.
तुला- इस वर्ष रिश्तों की स्थिति में सुधार होगा. संतान और जीवनसाथी का सहयोग बना रहेगा . प्रेम संबंधों की शुरुआत के योग भी बनते हैं. इस वर्ष आपके विवाह की संभावना भी है. नियमित रूप से भगवान शिव की उपासना करें.
वृश्चिक- इस वर्ष जीवन में रिश्तों का ध्यान रखना होगा. नजदीकी रिश्तों के बिगड़ने की संभावना है. संतान और माता पक्ष को लेकर कष्ट हो सकता है. अविवाहितों का विवाह वर्ष के मध्य में हो सकता है. एक सफेद स्फटिक की माला धारण करें.
धनु- यह वर्ष रिश्तों के लिए मध्यम है. बहुत नजदीकी रिश्ते टूट सकते हैं या उनमें खटास पड़ सकती है. इस वर्ष परिवार से काफी दूर रहना पड़ सकता है. वर्ष के अंत में संतान और विवाह की स्थितियां बन सकती है. पूरे वर्ष शनिदेव की उपासना करें.
मकर- इस वर्ष आपके रिश्ते और मन दोनों बेहतर होंगे. वैवाहिक जीवन और रिश्तों की समस्या हल होगी. विवाह और संतान के लिए इस वर्ष प्रयास कर सकते हैं. स्थान परिवर्तन और नए रिश्तों की शुरुआत हो सकती है. निरंतर शिव जी को जल अर्पित करने से लाभ होगा.
कुंभ- इस वर्ष आप रिश्तों की काफी जिम्मेदारियां निभानी होंगी. वैवाहिक जीवन और पिता के रिश्तों का ध्यान रखना होगा. पुराने लोग और रिश्ते जुड़ते चले जाएंगे. विवाह और संतान के मामले वर्ष के आरम्भ में ही हो सकते हैं. पूरे वर्ष शनिदेव की उपासना करें.
मीन- रिश्तों और प्रेम संबंधों में कठिनाई दिखाई देती है. स्थान परिवर्तन और रिश्तों में दूरियां आ सकती हैं. इस वर्ष रिश्तों और परिवार की जिम्मेदारियां उठानी पड़ेंगी. वर्ष के मध्य में विवाह और संतान के योग बन रहे हैं. पूरे वर्ष शनि देव की उपासना से लाभ होगा.
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