Margashirsha Purnima 2025: साल की आखिरी पूर्णिमा आज, रात में ये एक काम करने वालों पर धनवर्षा करेंगी लक्ष्मी

Margashirsha Purnima 2025: आज साल 2025 की आखिरी पूर्णिा है. पूर्णिमा की रात चंद्रमा अपनी सभी 16 कलाओं से पूर्ण रहता है, इसलिए इस दौरान किए गए विशेष उपाय अत्यधिक फलदायी होते हैं. ज्योतिष अनुसार, पूर्णिमा की रात में किए गए उपाय भाग्य वृद्धि का कारण बन सकते हैं.

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साल की इस आखिरी पूर्णिमा पर रात के समय कुछ विशेष उपाय कर आप भी भाग्यवान बन सकते हैं. (Photo: Pixabay) साल की इस आखिरी पूर्णिमा पर रात के समय कुछ विशेष उपाय कर आप भी भाग्यवान बन सकते हैं. (Photo: Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:55 PM IST

Margashirsha Purnima 2025: आज साल की आखिरी पूर्णिमा है. यह मार्गशीर्ष पूर्णिमा है, जिसमें स्नान, पूजा-पाठ और दान का विशेष महत्व बताया गया है. कहते हैं कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा की रात चंद्रमा अपनी सभी 16 कलाओं से संपन्न रहता है. इसलिए इस दिन पूजा-पाठ और कुछ चमत्कारी उपाय बहुत ही लाभकारी माने जाते हैं. ज्योतिषविदों का कहना है कि साल की इस आखिरी पूर्णिमा पर रात के समय कुछ विशेष उपाय कर आप भी भाग्यवान बन सकते हैं. आइए जानते हैं कि ये उपाय क्या हैं.

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मां लक्ष्मी की पूजा
साल की आखिरी पूर्णिमा पर संध्याकाल या रात के समय माता लक्ष्मी का विधिवत पूजन करें. उनके समक्ष दीपक प्रज्वलित करें. देवी को खीर या सफेद मिठाई का भोग जरूर लगाएं.  इसके बाद लक्ष्मी जी से सुख-संपन्नता की कामना करें.

चंद्रमा को अर्घ्य
पूर्णिमा की रात में एक पात्र में जल भरकर उसमें चावल, दूध और फूल रख लें. फिर चंद्रमा की ओर मुख करके दोनों हाथों को सिर से ऊपर उठाते हुए अर्घ्य दें. माना जाता है कि इससे चंद्रमा मजबूत होता है और हमारे मन-भावनाओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

दिव्य मंत्र जाप
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर रात के समय लक्ष्मी-नारायण की कृपा प्राप्त करने के लिए 'ॐ लक्ष्म्यै नमः' या 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः' जैसे मंत्रों का जाप करें. इससे आपके जीवन की हर छोटी-बड़ी कठिनाई दूर हो जाएगी. घर-परिवार में खुशहाली बनी रहेगी.

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श्री सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ
यदि आप ऋण मुक्ति या धन वृद्धि की कामना करना चाहते हैं तो से इस दिव्य रात श्री सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें. इससे घर में लक्ष्मी जी का वास होता है. श्री सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने वालों पर हमेशा लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.

पीपल के नीचे दीपक
मार्गशीर्ष पूर्णिमा की संध्या में पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक प्रज्वलित करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और आर्थिक मोर्चे पर बहुत लाभ मिलता है. इसे त्रिदेवों की कृपा पाने का भी प्रभावी उपाय माना जाता है.
 

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